UP Board Solution of Class 9 Social Science [सामाजिक विज्ञान] History [इतिहास] Chapter- 4 वन्य समाज और उपनिवेशवाद (Vanya Samaj aur Upniveshvad) MCQ, Important Year, Important word
प्रिय पाठक! इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको कक्षा 9वीं की सामाजिक विज्ञान इकाई-1: इतिहास भारत और समकालीन विश्व-1 खण्ड-2 जीविका, अर्थव्यवस्था एवं समाज के अंतर्गत चैप्टर-4 वन्य समाज और उपनिवेशवाद (Vanya Samaj aur Upniveshvad) पाठ के बहु विकल्पीय प्रश्न, महत्वपूर्ण वर्ष एवं महत्वपूर्ण शब्द प्रदान कर रहे हैं। जो की UP Board आधारित प्रश्न हैं। आशा करते हैं आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी और आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करेंगे।
Subject | Social Science [Class- 9th] |
Chapter Name | वन्य समाज और उपनिवेशवाद (Vanya Samaj aur Upniveshvad) |
Part 3 | History [इतिहास] |
Board Name | UP Board (UPMSP) |
Topic Name | भारत और समकालीन विश्व-1 |
वन्य समाज और उपनिवेशवाद (Vanya Samaj aur Upniveshvad)
Important year (महत्वपूर्ण वर्ष /तिथियाँ)
- 1755- जावा की माताराम रियासत का विभाजन हुआ।
- 1820- अंग्रेजी खोजी दस्ते भारत में वन संपदा का अन्वेषण करने के लिए भेजे गए।
- 1864- भारतीय वन सेवा की स्थापना की गयी।
- 1865- वन अधिनियम को लागू किया गया।
- 1865- भारतीय वन अधिनियम को सूत्रबद्ध किया गया।
- 1899-1900- औपनिवेशिक सरकार के काल में भयानक अकाल का दौर।
- 1906- इंपीरियल फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट की स्थापना की गयी।
- 1905- औपनिवेशिक सरकार ने 1905 ई. में जंगल के दो तिहाई हिस्से को आरक्षित घोषित कर दिया।
- 1860- 1860 के दशक में भारत में रेल लाइनों का जाल तेजी से फैला।
- 1878- वन अधिनियम में प्रथम बार संशोधन किया गया।
Important Words (महत्वपूर्ण शब्दार्थ)
- स्लीपर– रेल की पटरी के आर-पार लगे लकड़ी के तख्ते, जो पटरियों को उनकी जगह पर रोके रखते हैं।
- इजारेदारी– भू-लगान प्राप्त करने का एकाधिकार।
- परती–भूमि– वह भूमि, जिसकी उर्वरता बढ़ाने के लिए उसे कुछ समय तक जोता नहीं जाता।
- वन अधिनियम– औपनिवेशिक शासकों ने वनों की उपयोगिता को जानते हुए वन अधिनियम पारित करके वनों पर नियन्त्रण स्थापित कर लिया।
- वन–विनाश– वनों का विलुप्त हो जाना।
- देवसारी या दांड– यह बस्तर के सीमावर्ती गाँवों में लोगों द्वारा दिया जाने वाला एक शुल्क है। यदि एक गाँव के लोग दूसरे गाँव के जंगल से थोड़ी लकड़ी लेना चाहते हैं तो इसके बदले में वे एक छोटा शुल्क अदा करते हैं।
- बागान– किसी विशेष प्रजाति के पौधों को बागों में लगाकर खेती करना।
- लेटेक्स– रबड़ की आपूर्ति के लिए जंगली रबड़ के वृक्षों से प्राप्त होने वाला पदार्थ।
- वन–ग्राम– वे ग्राम जिन्हें इस शर्त पर आरक्षित वनों में बसाया जाता था कि वहाँ रहने वाले लोग अर्थात् ग्रामवासी पेड़ों को काटने, उनकी ढुलाई तथा वनों को आग से बचाने में वन विभाग के लिए मुफ्त में काम करेंगे।
- घुमंतू खेती– यह कृषि का वह प्रकार है जिसमें जब एक जगह की जमीन का उपजाऊपन समाप्त होने लगता है तो कृषक दूसरी जगह जाकर खेती करने लगते हैं। वे इस पर उगी हुई वनस्पति को जला देते हैं और इसकी राख को खाद की तरह प्रयोग करते हैं। इसलिए इस तकनीक को ‘काटो और जलाओ तकनीक‘ भी कहा जाता है।
- वन उत्पाद– वनों से प्राप्त होने वाली विभिन्न उपयोगी वस्तुएँ।
- पर्यावरण विज्ञानी– वह व्यक्ति जो पर्यावरण की रक्षा या सुरक्षा के प्रति समर्पित हो, जिससे पृथ्वी पर जैविक एवं पर्यावरण सम्बन्धी सन्तुलन बनाया जा सके।
- चरवाहे– ऐसे लोग जो भेड़-बकरियाँ एवं पशुओं को चराने के लिए इधर-उधर घूमते रहते हैं।
- आरक्षित वन– वे वन, जो व्यापारिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण इमारती लकड़ी का उत्पादन करते हैं। इन वनों में किसी भी प्रकार की कृषि करने की आज्ञा नहीं होती।
- व्यावसायिक वानिकी– जब वनों को केवल व्यावसायिक बिक्री एवं मुनाफा कमाने के उद्देश्य से उद्योग के रूप में संचालित किया जाए तो उसे व्यावसायिक वानिकी कहा जाता है।
- वन कटाई– विकासशील सभ्यता की माँगों को पूरा करने के लिए वन क्षेत्र के पेड़ों को बड़ी संख्या में काटना वन-कटाई कहलाता है।
- सुरक्षित वन– वे वन, जिनमें पशुओं को चराने की अनुमति सामान्य प्रतिबन्धों के साथ दी जाती है।
- वनोन्मूलन– मानवीय उद्देश्यों की पूर्ति के लिए बड़े पैमाने पर वृक्षों को काटा जाना।
- अपराधी कबीले– नोमड एवं चरवाहा समुदाय के लोगों को अपराधी कबीले कहा जाता था क्योंकि वे वनों से लकड़ी चुराया करते थे।
- वैज्ञानिक वानिकी– वन विभाग द्वारा पेड़ों की कटाई जिसमें पुराने पेड़ काटकर उनकी जगह नए पेड़ लगाए जाते हैं।
- दिवस– दिन।
- विलुप्त प्रजातियाँ– पौधों और पशुओं की ऐसी प्रजातियाँ जो बिल्कुल समाप्त हो चुकी हैं।
Social Science इतिहास (History) Chapter- 4 बहुविकल्पीय प्रश्न
- सन् 1880 से 1920 के बीच विश्व की खेती योग्य भूमि के क्षेत्रफल में कितनी बढ़त हुई?
(क) 62 लाख हेक्टेयर
(ख) 64 लाख हेक्टेयर
(ग) 67 लाख हेक्टेयर✓
(घ) 70 लाख हेक्टेयर
- जावा में किस समुदाय के लोग कुशल लकड़हारे थे?
(क) उराँव
(ख) भील
(ग) कलांग✓
(घ) संथल
- ब्रैडिस ने भारतीय वन सेना की स्थापना कब की?
(क) 1864 में✓
(ख) 1865 में
(ग) 1869 में
(घ) 1870 में
- सन् 1600 में हिन्दुस्तान के कितने भाग पर खेती की जाती थी?
(क) पाँचवें
(ख) तीसरे
(ग) छठे✓
(घ) चौथे
- बस्तर में ब्रिटिश शासन के विरुद्ध विद्रोह का नेता था–
(क) गुंडा धूर✓
(ख) मुंडा बिरसा
(ग) कानू
(घ) सिद्धू
- तेंदू के पत्तों का प्रयोग किया जाता है–
(क) बीड़ी बनाने में✓
(ख) चमड़ा रंगने में
(ग) चॉकलेट बनाने में
(घ) उक्त सभी
- भारतीय वन अधिनियम बना–
(क) 1861 ई. में
(ख) 1862 ई. में
(ग) 1865 ई. में✓
(घ) 1869 ई. में
- भारतीय वन सेवा की स्थापना कब हुई?
(क) 1850 ई. में
(ख) 1854 ई. में
(ग) 1864 ई. में✓
(घ) 1861 ई. में
- भारत में वनों का पहला इंस्पेक्टर–जनरल कौन था?
(क) फ्रांस का केल्विन
(ख) जर्मनी का डायट्रिच ब्रैंडिस✓
(ग) इंग्लैण्ड का क्रिसफोर्ड
(घ) रूस का निकोलस
- अंग्रेजों के लिए भारत में रेलवे का विस्तार करना क्यों जरूरी था?
(क) अपने औपनिवेशिक व्यापार के लिए✓
(ख) भारतीयों की सुविधा के लिए
(ग) अंग्रेज उच्च अधिकारियों की सुविधा के लिए
(घ) इनमें से कोई नहीं
- चाय और कॉफी के बागान लगाए गए –
(क) वनों को साफ करके✓
(ग) कारखाने हटाकर
(ख) वन लगाकर
(घ) खनन को बंद करके
- 1850 के दशक में रेलवे के स्लीपर बनाए जाते थे–
(क) सीमेंट से
(ख) लोहे से
(ग) लकड़ी से✓
(घ) इनमें से कोई नहीं
- नए वन्य कानूनों के लागू होने के बाद कौन–सा नया व्यवसाय अस्तित्व में आया?
(क) जुताई
(ख) जंगली रबड़ के पेड़ों से लेटेक्स एकत्र करना✓
(ग) शिकार
(घ) उपर्युक्त में से कोई नहीं
- किस अवधि के दौरान 80,000 बाघ, 1,50,000 तेंदुए और 2,00,000 भेड़िए इनाम के लिए मार डाले गए?
(क) 1814-1921
(ख) 1884-1994
(ग) 1804-1922
(घ) 1875-1925✓
- घुमंतू खेती को श्रीलंका में किस नाम से जाना जाता है?
(क) मिलपा
(ख) चितमेन
(ग) चेना✓
(घ) पोडू