UP Board and NCERT Solution of Class 9 Science [विज्ञान] ईकाई 3 गति, बल तथा कार्य – Chapter-7 Motion (गति) लघु उत्तरीय प्रश्न Laghu Uttareey Prashn
प्रिय पाठक! इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको कक्षा 9वीं विज्ञान ईकाई3 गति, बल तथा कार्य के अंतर्गत चैप्टर7 (गति) पाठ के लघु उत्तरीय प्रश्न प्रदान कर रहे हैं। UP Board आधारित प्रश्न हैं। आशा करते हैं कि पोस्ट आपको पसंद आयेगी अगर पोस्ट आपको पसंद आई तो इसे अपने दोस्तों के साथ में जरुर शेयर करें
Class | 9th | Subject | Science (Vigyan) |
Pattern | NCERT | Chapter- | Motion |
लघु उत्तरीय प्रश्न / Laghu Uttareey Prashn
प्रश्न 1. ‘चाल’ किसे कहते हैं? इसका मात्रक लिखिए।
उत्तर-चाल (Speed) – किसी भी वस्तु द्वारा इकाई समय में तय की कायी दूरी को चाल कहते हैं।
चाल = वस्तु द्वारा तय की गयी दूरी / दूरी को तय करने में लगा समय
चाल का मात्रक- इसका मात्रक ‘मीटर/सेकण्ड’ है।
प्रश्न 2. एकसमान चाल तथा असमान चाल से क्या तात्पर्य है?
उत्तर-एकसमान चाल (Uniform speed)- यदि कोई वस्तु समान समय-अन्तराल में समान दूरी तय करे तो उस वस्तु की चाल को एकससान चाल कहते हैं।
असमान चाल (Variable speed) – यदि कोई वस्तु समान समय-अन्तराल में समान दूरी तय नहीं करे तो उस वस्तु की चाल को असमान चाल कहते हैं।
प्रश्न 3. ‘औसत चाल’ किसे कहते हैं? इसका मात्रक लिखिए।
उत्तर-औसत चाल (Average speed) – किसी समय अन्तराल में तय की गयी कुल दूरी और समय-अन्तराल के अनुपात को, औसत चाल कहते हैं।
औसत चाल = किसी समय-अन्तराल में तय की गयी कुल दूरी / समय-अन्तराल
औसत चाल का मात्रक- इसका मात्रक ‘मीटर/सेकण्ड’ है।
प्रश्न 4. वेग की परिभाषा लिखिए। CGS तथा MKS पद्धतियों में इनका मात्रक लिखिए।
उत्तर-वेग (Velocity) एकांक समय में किसी वस्तु में होने वाले विस्थापन को वस्तु का वेग कहते हैं। वेग = विस्थापन / समय-अन्तराल
वेग का मात्रक- (i) CGS पद्धति में ‘cm/s’ है।
(ii) MKS पद्धति में ‘m/s’ है।
प्रश्न 5. समान एवं असमान (परिवर्ती) वेग किसे कहते हैं?
उत्तर- समान वेग (Uniform velocity)- कोई गतिशील वस्तु समान समय अन्तराल में एक ही निश्चित दिशा में समान दूरी तय करती है तो उस वस्तु के वेग को समान वेग कहते हैं।
असमान (परिवर्ती) वेग (Variable velocity)- कोई गतिशील वस्तु समान समय-अन्तराल में समान दूरी तय करे लेकिन उसकी गति की दिशा बदल जाये अथवा समान समय-अन्तराल में समान दूरी तय नहीं करे तो उस वस्तु के वेग को, असमान वेग कहते हैं।
प्रश्न 6. दूरी एवं विस्थापन में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-दूरी एवं विस्थापन में प्रमुख अन्तर निम्नलिखित हैं-
दूरी (Distance) | विस्थापन (Displacement) |
1. वस्तु द्वारा तय किए गए पथ की लम्बाई को दूरी कहते हैं। | 1. एक निश्चित दिशा में गतिमान वस्तु की प्रारम्भिक एवं अन्तिम स्थिति के बीच की न्यूनतम दूरी को विस्थापन कहते हैं। |
2. दूरी एक अदिश राशि है। | 2. विस्थापन एक सदिश राशि है। |
3. दूरी का मान कभी शून्य या ऋणात्मक नहीं हो सकता, सदैव धनात्मक होता है। | 3. विस्थापन का मान धनात्मक, ऋणात्मक अथवा शून्य हो सकता है। |
4. दूरी वस्तु द्वारा तय किए गए पथ की लम्बाई पर निर्भर करती है। | 4. विस्थापन वस्तु द्वारा तय किए गए पथ पर निर्भर नहीं करता। |
प्रश्न 7. चाल और वेग में प्रमुख अन्तर बताइए।
उत्तर-चाल और वेग में प्रमुख अन्तर निम्नलिखित हैं-
चाल (Speed) | वेग (Velocity) |
1. एकांक समय में चली गई दूरी चाल कहलाती है। | 1. एकांक समय में किसी निश्चित दिशा में विस्थापन वेग कहलाता है। |
2. चाल एक अदिश राशि है। | 2. वेग एक सदिश राशि है। |
3. इसे व्यक्त करने के लिए कंवल परिमाण की आवश्यकता होती है। | 3. इसे व्यक्त करने के लिए परिमाण एवं दिशा दोनों की आवश्यकता होती है। |
4. इसका औसत मान कभी भी ऋणात्मक या शून्य नहीं हो सकता। | 4. इसका औसत मान शून्य, ऋणात्मक या धनात्मक हो सकता है। |
प्रश्न 8. ‘समान वेग’ और परिवर्ती वेग’ में उदाहरण देकर अन्तर स्पाट कीजिए।
उत्तर– ‘समान वेग’ एवं ‘परिवर्ती वेग’ में अन्तर– जब कोई पिण्ड सुनिश्चित दिशा में समान समय में समान दूरी तय करे, तो उसका वेग समान वेग होता है। जैसे समान चाल से एक सीधी रेखा में उड़ते हुए वायुयान का वेग समान वेग होता है।
जब किसी पिण्ड की गति की दिशा परिवर्तित हो तो उसकी चाल समान होते हुए भी उसका वेग परिवर्ती होगा। जैसे वृत्ताकार मार्ग पर समान चाल से चलते हुए पिण्ड का वेग परिवर्ती वेग होगा।
प्रश्न 9. क्या गति सापेक्ष है? सोदाहरण स्पष्ट कीजिए।
उत्तर-हाँ, गत्ति सापेक्ष है। एक उदाहरण से स्पष्ट करते हैं। मान लीजिए A, B व C तीन व्यक्ति हैं। B व C कार के अन्दर बैठे हैं च A कार के बाहर खड़ा है। कार गति करना आरम्भ करती है, B व C अपनी स्थिति A के सापेक्ष परिवर्तित करते हैं, किन्तु B व C एक-दूसरे के सापेक्ष अपनी स्थिति में परिवर्तन नहीं करते हैं। अतः B व C, A के सापेक्ष गति में हैं। लेकिन B. C के सापेक्ष या C, B के सापेक्ष गति में नहीं है। अतः गति सापेक्ष है।
प्रश्न 10. अदिश राशि व सदिश राशि में अन्तर बताइए।
उत्तर-अदिश राशि व सदिश राशि में प्रमुख अन्तर निम्नलिखित हैं-
अदिश राशि | सदिश राशि |
1. वे भौतिक राशियाँ जो केवल परिमाण द्वारा व्यक्त की जाती हैं अदिश राशियाँ कहलाती हैं। | 1. वे भौतिक राशियाँ जो परिमाण के साथ दिशा द्वारा व्यक्त की जाती हैं सदिश राशियाँ कहलाती हैं। |
2. अदिश राशियों को अंकगणितीय विधि द्वारा जोड़ा या घटाया जा सकता है। | 2. सदिश राशियों को वेक्टर के योग द्वारा परिकलित करते हैं। |
3. द्रव्यमान, चाल, लम्बाई, समय, घनत्व आदि अदिश राशियाँ हैं। | 3. विस्थापन, वेग, त्वरण, बल, संवेग आदि सदिश राशियाँ हैं। |
प्रश्न 11. रेखीय गति में किसी कण के विस्थापन को परिभाषित कीजिए। क्या यह मूल (Origin) पर निर्भर करता है?
उत्तर-वस्तु, जब एक स्थिति से दूसरी तक चलती है, दिशा के साथ, वस्तु की प्रारम्भिक स्थिति और अन्तिम स्थिति के बीच सबसे छोटी दूरी (सीधी रेखा) को उसका विस्थापन कहा जाता है।
विस्थापन का मान मूल बिन्दु की पसंद पर निर्भर नहीं करता है।
प्रश्न 12. एक उपग्रह समान चाल से पृथ्वी के इर्द गिर्द चक्कर काटता है। क्या वह गति त्वरित है? यदि हाँ तो त्वरण किस दिशा में क्रियाशील है?
उत्तर-पृथ्वी के इर्द-गिर्द चक्कर काटते उपग्रह का वेग उसकी गति की दिशा में परिवर्तन के सापेक्ष परिवर्तित होता है। अतः उपग्रह की गति त्वरित है। उसका त्वरण पृथ्वी के केन्द्र की ओर क्रियाशील होता है।
प्रश्न 13. मीनाक्षी के घर तथा स्कूल के बीच की दूरी 2 km है। वह घर से स्कूल जाती है तथा वापस स्कूल से घर आती है। इस पूरी यात्रा में मीनाक्षी द्वारा चली गई दूरी तथा विस्थापन ज्ञात कीजिए।
हल-स्कूल से घर की दूरी = 2 km
मीनाक्षी इस दूरी को दो बार तय करती है अतः उसके द्वारा चली गई कुल दूरी = 2 × 2 = 4 km मीनाक्षी घर से स्कूल जाकर वापस आ जाती है।
अतः उसके द्वारा कम-से-कम चली गई दूरी= शून्य
अतः विस्थापन = शून्य उत्तर
प्रश्न 14. निम्नलिखित में अन्तर स्पष्ट कीजिए- (i) चली गयी दूरी तथा विस्थापन; (ii) चाल तथा वेग; (iii) एकसमान चाल एवं असमान चाल; (iv) एकसमान चाल एवं एकसमान वेग; (v) एकसमान वेग एवं असमान वेग; (vi) त्वरण तथा मंदन।
उत्तर-(i) किसी वस्तु द्वारा किसी समय अन्तराल में तय किये गये मार्ग की लम्बाई को चली गयी दूरी कहते हैं, जबकि गति के प्रारम्भिक एवं अन्तिम बिन्दुओं के बीच की ऋजुरेखीय दूरी को विस्थापन कहते हैं। चली गयी दूरी अदिश तथा विस्थापन सदिश राशि है।
(ii) किसी वस्तु द्वारा गतिपथ पर प्रति एकांक समय में चली गयी दूरी को चाल तथा किसी निश्चित दिशा में प्रति एकांक समय में हुए वस्तु के विस्थापन को वेग कहते हैं। चाल अदिश तथा वेग सदिश राशि है।
(iii) यदि किसी मार्ग पर वस्तु समान समय-अन्तरालों में समान दूरियाँ तय करती है तो उसकी चाल एकसमान होती है। यदि समान समय-अन्तरालों में चली गयी दूरियाँ भिन्न-भिन्न हों तो वस्तु की चाल असमान अथवा परिवर्ती होती है।
(iv) एकसमान चाल से गति करती वस्तु समान समय-अन्तरालों में समान दूरियाँ तय करती है परन्तु गति की दिशा परिवर्ती हो सकती है-परन्तु एकसमान वेग से गतिमान वस्तु किसी एक ही निश्चित दिशा में समान समय-अन्तरालों में समान दूरियाँ तय
करती है।
(v) एकसमान वेग के लिए वस्तु की चाल एवं गति की दिशा दोनों का नियत (एकसमान) होना आवश्यक है जबकि असमान वेग से गतिमान वस्तु की चाल अथवा गति की दिशा अथवा दोनों में परिवर्तन होता रहता है।
(vi) समय के साथ बढ़ते हुए वेग से गतिमान वस्तु के वेग-परिवर्तन की समय-दर को त्वरण तथा बढ़ते समय के साथ घटते हुए वेग से गतिमान वस्तु के वेग-परिवर्तन की समय-दर को मंदन कहते हैं।
प्रश्न 15. गति के समीकरण के भिन्न स्वरूप लिखिए। यदि-
(i) पिण्ड विरामावस्था से गति प्रारम्भ करे,
(ii) पिण्ड का अन्तिम वेग शून्य हो,
(iii) पिण्ड का त्वरण शून्य हो।
उत्तर-