Hindi Sandhi Vichchhed – Sandhi Vichchhed – MCQ – Objective Questions With Answer PDF Notes हिंदी सन्धि-विच्छेद , हिंदी (वस्तुनिष्ठ प्रश्न) सन्धि-विच्छेद बहुविकल्पीय प्रश्न.
Hindi Sandhi Vichchhed – Sandhi Vichchhed – MCQ- Objective Questions With Answer PDF Notes सन्धि-विच्छेद बहुविकल्पीय प्रश्न- UP TGT/PGT,GIC,NET/ JRF, Assistent Professor UPPSC JPPSC- यूपी टीजीटी पीजीटी हिंदी सिलेबस | UP TGT PGT Hindi Syllabus · हिन्दी साहित्य.[हिन्दी] सन्धि-विच्छेद MCQ [Free Hindi PDF]. सन्धि-विच्छेद MCQ Quiz in हिन्दी EMRS TGT EMRS PGT SSC MTS & Havaldar Bihar Secondary Teacher Bihar TGT PGT.
सन्धि-विच्छेद बहुविकल्पीय प्रश्न (वस्तुनिष्ठ प्रश्न)
सन्धि-विच्छेद
- यदि अया आ के बाद इ या ई आए तो दोनों मिलकर ‘ए’ हो जाते हैं। यह स्वर सन्धि कहलाती है-
(क) दीर्घ सन्धि
(ख) वृद्धि सन्धि
(ग) गुण सन्धि✓
(घ) अयादि सन्धि
- ‘उज्ज्वल’ में प्रयुक्त सन्धि है-
(क) गुण सन्धि
(ख) व्यंजन सन्धि✓
(ग) विसर्ग सन्धि
(घ) गुण सन्धि
- ‘तल्लीन’ का सही विच्छेद है-
(क) तल् + लीन
(ख) तद् + लीन
(ग) तत + लीन
(घ) तत् + लीन✓
- ‘बृहस्पति’ का सन्धि विच्छेद है।
(क) बृहस् + पति
(ख) बृहस + पति
(ग) वृहः + पति✓
(घ) वृहश + पति
- ‘दुष्प्रकृति’ शब्द का सन्धि विच्छेद है-
(क) दुस् + प्रकृति
(ख) दुः + प्रकृति✓
(ग) दुश्य् + प्रकृति
(घ) दुसप्र + कृति
- ‘जगदीश’ शब्द का सही विच्छेद होगा-
(क) जगत + ईश
(ख) जगत् + ईश✓
(ग) जगद् + ईश
(घ) जगद + ईश
- ‘प्रत्यक्ष’ में संधि है-
(क) गुण
(ख) दीर्घ
(ग) अयादि
(घ) यण✓
- ‘मनोविज्ञान’ में सन्धि है-
(क) व्यंजन सन्धि
(ख) विसर्ग सन्धि✓
(ग) यण सन्धि
(घ) दीर्घ सन्धि
- यदि इ, उ, या ऋ के बाद कोई भिन्न स्वर आए तो इनका परिवर्तन क्रमशः य् व् और र् में हो जाता है इसमें कौन-सी सन्धि होगी?
(क) गुण स्वर सन्धि
(ख) यण स्वर सन्धि✓
(ग) वृद्धि स्वर सन्धि
(घ) अयादि स्वर सन्धि
- ‘विष्णवे’ शब्द का सन्धि विच्छेद है-
(क) विष्णु + ए
(ख) विष्णो + ए✓
(ग) विष्णु + अए
(घ) विष्णु + ऐ
- ‘कृष्णैकत्वम्’ शब्द में सन्धि है-
(क) गुण
(ख) वृद्धि✓
(ग) अयादि
(घ) दीर्घ
- ‘कृष्णापन्न’ शब्द में सन्धि है
(क) दीर्घ सन्धि✓
(ख) वृद्धि सन्धि
(ग) गुण सन्धि
(घ) अयादि सन्धि
- ‘पित्राकृतिः’ का शुद्ध सन्धि विच्छेद है-
(क) पितृ + आकृतिः
(ख) पित् + आकृतिः✓
(ग) पित्र + आकृतिः
(घ) पित + आकृतिः
- ‘व्याप्त’ में सन्धि है-
(क) गुण सन्धि
(ख) दीर्घ सन्धि
(ग) यण सन्धि✓
(घ) द्वायादि सन्धि
- ‘पवन’ शब्द में कौन सी सन्धि है?
(क) गुण
(ख) अयादि✓
(ग) यण
(घ) वृद्धि
- दैत्य + अरिः दैत्यारिः एक उदाहरण है-
(क) व्यंजन सन्धि का
(ख) स्वर सन्धि का✓
(ग) विसर्ग सन्धि का
(घ) इनमें से कोई नहीं
- ‘कः + अपि’ की सन्धि होगी।
(क) कोऽपि✓
(ख) कपिः
(ग) कपि
(घ) कर्पिः
- ‘प्रति + आरोपण’ की सन्धि होगी
(क) प्रतिआरोपण
(ख) प्रतिरोपण
(ग) प्रत्यारोपण✓
(घ) प्रत्आरोपण
- ‘अनन्त’ शब्द का सन्धि विच्छेद होगा।
(क) अन् + अन्त✓
(ख) अन + अंत
(ग) अनन् + त
(घ) अनन + त्
- ‘जगन्नाथ’ शब्द में सन्धि है-
(क) स्वर सन्धि
(ख) व्यंजन सन्धि✓
(ग) विसर्ग सन्धि
(घ) इनमें से कोई नहीं
- ‘नवोढ़ा’ का सन्धि विच्छेद है-
(क) नव + उढ़ा
(ख) नवो + ढ़ा
(ग) नव + ऊढ़ा✓
(घ) न + ओढ़ा
- यण सन्धि का सम्बन्ध किस सन्धि विशेष से है
(क) व्यंजन सन्धि
(ख) विसर्ग सन्धि
(ग) स्वर सन्धि✓
(घ) दीर्घ सन्धि
- अन्वेषण का शुद्ध सन्धि विच्छेद है-
(क) अन्वेष + ण
(ख) अन्वे + षण
(ग) अनु + वेषण
(घ) अनु + एषण✓
- यदि ए, ओ, ऐ, औ के आगे कोई भी असमान स्वर हो तो इनके स्थान पर अय्, अव्, आय्, आव् हो जाता है, यह कौन-सी स्वर सन्धि कहलाती है?
(क) वृद्धि स्वर सन्धि
(ख) यण स्वर सन्धि
(ग) अयादि स्वर सन्धि✓
(घ) दीर्घ सन्धि
- ‘उड्डयनम्’ का सन्धि विच्छेद होगा-
(क) उत् + डयनम्✓
(ख) उद + डयनम
(ग) उड् + अयनम्
(घ) उड् + डयनम
- ‘सु + आगतम् = स्वागतम्’ इस सन्धि में निम्नलिखित में से कौन सा सूत्र लागू होगा।
(क) अकः सवर्णे दीर्घः
(ख) आद्गुणः
(ग) इकोयणचि✓
(घ) वृद्धिरेचि
- ‘स्तोः श्चुनाश्चुः’ सूत्र के अनुसार श्चुत्व सन्धि का निम्न में से कौन सा उदाहरण सही है?
(क) रामस् + चिनोति = रामश्चिनोति✓
(ग) समस् + षष्ठः = रामषष्ठः
(ग) रामस्+ टीकते = रामष्टीकते
(घ) उपरोक्त में से कोई नहीं
- ‘भगवद्गीता’ का सन्धि विच्छेद है-
(क) भगवद् + गीता
(ख) भग + वद् + गीता
(ग) भगवत् + गीता✓
(घ) भग + वद्गीता
- ‘मनोरम’ का सन्धि विच्छेद है
(क) मन + ओरम
(ख) मनः + रम✓
(ग) मनो + रम
(घ) मन + रम
- ‘अभिन्न’ शब्द का सन्धि विच्छेद होगा
(क) अभि + न्न
(ख) अ + भिन्न
(ग) अभित् + न✓
(घ) अभि + न्
- ‘उज्ज्वल’ शब्द का सही सन्धि विच्छेद चुनिए।
(क) उज्+ ज्वल
(ख) उज्ज + वल
(ग) उत्+ ज्वल✓
(घ) उज वल
- ‘इत्यादि’ का सही सन्धि विच्छेद होगा-
(क) इति + आदि✓
(ख) इत्य + आदि
(ग) इति + यादि
(घ) इत + आदि
- ‘अन्यान्य’ का सन्धि विच्छेद होगा
(क) अ + न्यान्य
(ख) अन्य + अन्य✓
(ग) अन् + यान्य
(घ) अन्या + आन्य
- ‘स्वस्त्यस्तु’ का सन्धि विच्छेद होगा-
(क) स्वस्ति + अस्तु✓
(ख) स्वः + अस्त्यस्तु
(ग) स्वस्त्य + अस्तु
(घ) स्व + सत्यस्तु
- व्यंजन सन्धि का उदाहरण नहीं है-
(क) उत् + चारण = उच्चारण
(ख) रामस् + टीकते = रामष्टीकते
(ग) गंगा + उदकम = गगोदकम्✓
(घ) सत् + चित = सच्चित
- ‘हरिश्चन्द्र’ में कौन-सी सन्धि प्रयुक्त है?
(क) स्वर सन्धि
(ख) व्यंजन सन्धि
(ग) विसर्ग सन्धि✓
(घ) इनमें से कोई नहीं
- ‘सदानन्द’ शब्द का विच्छेद है-
(क) सदा आनन्द
(ख) सद् + आनन्द
(ग) सत् + आनन्द✓
(घ) सदा + नन्द
- दो वर्णों के मेल से होने वाले विकार को कहते हैं-
(क) सन्धि✓
(ख) समास
(ग) उपसर्ग
(घ) प्रत्यय
- ‘चन्द्रोदय’ में प्रयुक्त संधि का नाम है-
(क) यण संधि
(ख) गुण संधि✓
(ग) वृद्धि संधि
(घ) दीर्घ संधि
- ‘यशोदा’ में प्रयुक्त संधि का नाम है-
(क) स्वर संधि
(ख) व्यंजन संधि
(ग) विसर्ग संधि✓
(घ) इनमें से कोई नहीं
- ‘भानूदय’ में प्रयुक्त संधि का नाम है
(क) व्यंजन संधि
(ख) दीर्घ संधि✓
(ग) गुण संधि
(घ) वृद्धि संधि
- ‘सूर्योदय’ में प्रयुक्त संधि का नाम है-
(क) गुण संधि✓
(ख) वृद्धि संधि
(ग) यण् संधि
(घ) दीर्घ संधि
- ‘दिगम्बर’ में प्रयुक्त संधि का नाम है
(क) स्वर संधि
(ख) व्यंजन संधि✓
(ग) विसर्ग संधि
(घ) इनमें से कोई नहीं
- निम्नलिखित शब्दों में से किसमें स्वर संधि है-
(क) अतएव
(ख) रजनीश✓
(ग) तपोगुण
(घ) सदाचार
- ‘वातानुकूल’ का सही संधि विच्छेद है-
(क) वात + अनुकूल✓
(ख) वात अनूकुल
(ग) वाता + अनुकूल
(घ) वाता अनुकुल
- ‘ब्रह्मास्त्र’ का सही संधि विच्छेद है-
(क) ब्रह्म + अस्त्र
(ख) ब्रह्मा + अस्त्र✓
(ग) ब्रह्म + आस्त्र
(घ) ब्रह्मः + अस्त्र
- ‘उच्छ्वास’ का सही संधि-विच्छेद है-
(क) उच् + श्वास
(ख) उत् + श्वास✓
(ग) उद् + श्वास
(घ) उच्छ + वास
- ‘महेश’ शब्द का शुद्ध सन्धि विच्छेद है-
(क) महा + ईश✓
(ख) महा + इश
(ग) मह + ईश
(घ) मह + इश
- ‘वध्वैश्वर्य’ शब्द का शुद्ध सन्धि विच्छेद क्या है?
(क) वधू + ऐश्वर्य✓
(ख) वधु + ऐश्वर्य
(ग) वध + ऐश्वर्य
(घ) वध्वा + ऐश्वर्य
- ‘सन्मति’ शब्द का शुद्ध सन्धि विच्छेद क्या है?
(क) सम् + मति
(ख) सक् + मति
(ग) सद् + मति
(घ) सत् + मति✓
- ‘दुर्योग’ का सन्धि विच्छेद है-
(क) दुः + योग✓
(ख) दुः + आयोग
(ग) दुर + योग
(घ) दुर + आयोग
- ‘निराशा’ शब्द का सन्धि विच्छेद है-
(क) निः + आशा✓
(ख) निर् + आशा
(ग) निरा + आशा
(घ) निरः + आशा
- ‘रामायण’ शब्द का सन्धि विच्छेद है-
(क) राम + अयण
(ख) राम + अयन✓
(ग) रामा + अयण
(घ) रामा + अयन
- ‘कारावास’ का सन्धि विच्छेद है-
(क) कारा + आवास✓
(ख) कारा + वास
(ग) कारव आस
(घ) कार्य + आवास
- ‘गायक’ का सही संधि-विच्छेद है-
(क) गा + अक
(ख) गै + अक✓
(ग) गे + यक
(घ) गै+ यक
- ‘अभिषेक’ का सही संधि-विच्छेद है-
(क) अभि षेक
(ख) अभि + सेक✓
(ग) अभिः + शेक
(घ) अभिय + सेक
- ‘यद्यपि’ में प्रयुक्त संधि का नाम है-
(क) गुण संधि
(ख) अयादि संधि
(ग) यण् संधि✓
(घ) दीर्घ संधि
- ‘संगम’ का सही संधि-विच्छेद है-
(क) सम + गम
(ख) सम् + गम✓
(ग) सङ् + गम
(घ) सन् + गम
- ‘स्वागतम्’ में प्रयुक्त संधि का नाम है-
(क) यण संधि✓
(ख) गुण संधि
(ग) दीर्घ संधि
(घ) वृद्धि संधि
- निम्नलिखित शब्दों में से किसमें स्वर संधि है?
(क) अधोसुख
(ख) सज्जन ‘
(ग) वाग्जाल
(घ) महोदधि✓
- ‘पवित्र’ का सही संधि-विच्छेद है-
(क) पव् + इत्र
(ख) पवः + इत्र
(ग) पौ + इत्र
(घ) पो + इत्र✓
- ‘मनोयोग’ का सही संधि विच्छेद है-
(क) मनोः + योग
(ख) मनः + योग✓
(ग) मनः + आयोग
(घ) इनमें से कोई नहीं
- ‘प्रत्येक’ का सही संधि-विच्छेद है-
(क) प्रति + एक✓
(ख) प्रतिः + एक
(ग) प्रति + अक
(घ) प्रती + एक
- ‘दिगम्बर’ का सही संधि-विच्छेद है-
(क) दिग् + अम्बर
(ख) दिक् + अम्बर✓
(ग) दिग + अम्बर
(घ) दिक + अम्बर
- ‘सर्वांगीण’ शब्द का सन्धि विच्छेद है-
(क) सर्व + अंगीण
(ख) सर्व + अंगीन✓
(ग) सर्वां + गीण
(घ) सर्वा + अंगीण
- ‘महोदय’ का सही संधि विच्छेद है-
(क) महो + दय
(ख) महा + ओदय
(ग) महान + उदय
(घ) महा + उदय✓
- ‘तन्मय’ का सही संधि-विच्छेद है-
(क) तन् + मय
(ख) तम् + अयी ग
(ग) तत् + मय✓
(घ) तन् + अमय
- ‘सत् + चरित्र = सच्चरित्र’ किस संधि का उदाहरण है?
(क) स्वर संधि
(ख) व्यंजन संधि✓
(ग) विसर्ग संधि
(घ) दीर्घ संधि
- ‘अधः + गति अधोगति’ किस संधि का उदाहरण है?
(क) स्वर संधि
(ख) विसर्ग संधि✓
(ग) व्यंजन संधि
(घ) गुण संधि
- उत् + हार के योग से कौन-सा शब्द बनेगा?
(क) उतार
(ख) आहार✓
(ग) उदार
(घ) उद्धार
- ‘प्रत्युपकार’ का सही संधि-विच्छेद है-
(क) प्रत् + उपकार
(ख) प्रती + उपकार
(ग) प्रति + उपकार✓
(घ) प्रति + अपकार
- ‘उद्धरण’ का सही संधि-विच्छेद है-
(क) उत् + धरण
(ख) उत् + अण
(ग) उत् + हरण✓
(घ) उद्ध + रण
- ‘तेजोमय’ का सही संधि विच्छेद है-
(क) तेज + ओमय
(ख) तेजः + अमय
(ग) तेजः + मय✓
(घ) तेजो + मय
निर्देश- निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न में दिए गए शब्द में प्रयुक्त सन्धि के प्रकार का चयन विकल्पों में से कीजिए:
- परोपकार
(क) विसर्ग सन्धि
(ख) गुण सन्धि✓
(ग) वृद्धि सन्धि
(घ) यण सन्धि
- यद्यपि
(क) वृद्धि
(ख) विसर्ग
(ग) यण✓
(घ) दीर्घ
- अन्नाभाव
(क) दीर्घ सन्धि✓
(ख) वृद्धि सन्धि
(ग) यण सन्धि
(घ) अयादि सन्धि
- परमौत्सुक्य
(क) विसर्ग
(ख) वृद्धि सन्धि✓
(ग) दीर्घ
(घ) यण सन्धि
- कपीश
(क) दीर्घ✓
(ख) यण
(ग) गुण
(घ) अयादि
- दिग्गज
(क) व्यंजन✓
(ख) विसर्ग
(ग) दीर्घ
(घ) इनमें से कोई नही
- उपर्युक्त
(क) विसर्ग
(ख) यण✓
(ग) वृद्धि
(घ) गुण
- सायक
(क) व्यंजन सन्धि
(ख) यण सन्धि
(ग) अयादि सन्धि✓
(घ) विसर्ग सन्धि
- दयानन्द
(क) गुणसन्धि
(ख) दीर्घ सन्धि✓
(ग) व्यंजन सन्धि
(घ) यण सन्धि
निर्देश-नीचे दिए गए शब्दों का सही सन्धि-विच्छेद चार विकल्पों में से ज्ञात कीजिए-
- पयोद
(क) पयो + द
(ख) पयः + द✓
(ग) पय + ओद
(घ) इनमें से कोई नहीं
- सुबन्त
(क) सुप् + अन्त✓
(ख) सुब् + अन्त
(ग) सुपक् + अन्त
(घ) सुबक + अन्त
- व्यूह
(क) वि + ऊह✓
(ख) व्य + ऊह
(ग) विः + यूह
(घ) वि + यूह
- सप्तर्षि
(क) सप्त + ऋषि✓
(ख) सप्तर् + षि
(ग) सप्तः + ऋषि
(घ) इनमें से कोई नहीं
- वटवृक्ष
(क) वटु + ऋक्ष
(ख) वट वृक्ष
(ग) वटो + ऋक्ष✓
(घ) इनमें से कोई नहीं
- निरर्थक
(क) निः + अर्थक✓
(ख) निरा + अर्थक
(ग) निर् + अर्थक
(घ) निरः + अर्थक
- श्रावण
(क) श्रौ + अण
(ख) श्राव् + अन
(ग) श्राव + अण
(घ) श्रौ + अन✓
- पदाक्रान्त
(क) पद आक्रान्त✓
(ख) पदा + क्रान्त
(ग) पदा + आक्रान्त
(घ) पद + अक्रान्त
- निरौषध
(क) निः + औषध✓
(ख) निः + ओषध
(ग) निर् + औषध
(घ) निर + ओषध
- नीरव
(क) नीः + रव
(ख) निः + रव✓
(ग) निर् + अव
(घ) नीर् + अव
- काव्योर्मि
(क) काव्य + ओर्मि
(ख) कवि + उर्मि
(ग) काव्य + ऊर्मि✓
(घ) का + व्योर्मि
94.नायिका
(क) नै + अक
(ख) नै + इका✓
(ग) ने + यक
(घ) ने + इका
- इत्यैवम्
(क) इति + एवम्✓
(ख) इतिय् + वम्
(ग) इत्य + एवम्
(घ) इति + इयम्
- धरेश
(क) धरा + ईश✓
(ख) धर + ईश
(ग) धराः अश
(घ) धरा + इश
- आशीर्वाद
(क) आशीर् + वाद
(ख) आशीः वाद✓
(ग) आर्शी + वाद
(घ) इनमें से कोई नहीं
- महोष्ण
(क) महु + उष्ण
(ख) महा + उष्ण✓
(ग) महो + उष्ण
(घ) महा ऊष्ण
- ‘वटवृक्ष’ में प्रयुक्त संधि का नाम है
(क) अयादि संधि✓
(ख) व्यंजन संधि
(ग) विसर्ग संधि
(घ) इनमें से कोई नहीं
- ‘उच्चारण’ में प्रयुक्त संधि का नाम है-
(क) व्यंजन संधि✓
(ख) स्वर संधि
(ग) विसर्ग संधि
(घ) इनमें से कोई नहीं
प्रश्न संख्या 1 से 100 तक | प्रश्न संख्या 101 से 130 तक |