Class 10 Sanskrit Vyakran – ‘इनि’ (इन्) प्रत्यय ‘मतुप्’ प्रत्यय ‘त्व’ और ‘तल’ (भावार्थक) प्रत्यय Pratyay with Example
इस पोस्ट में आपको इनि प्रत्यय, मतुप्’ प्रत्यय,ठक् प्रत्यय,त्व और तल प्रत्यय बारे में बताया गया है
प्यारे बच्चों! यहां पर हम आपको कक्षा 10वी के लिए इनि प्रत्यय, मतुप्’ प्रत्यय,ठक् प्रत्यय,त्व और तल प्रत्यय परिभाष एवं इनि प्रत्यय, मतुप्’ प्रत्यय,ठक् प्रत्यय,त्व और तल प्रत्यय के नियमों को उदाहरण सहित समझाया गया है आशा करते हैं कि पोस्ट आपको पसंद आयेगी अगर पोस्ट आपको पसंद आई तो इसे अपने दोस्तों के साथ में जरुर शेयर करें
Chapter Name | इनि प्रत्यय, मतुप्’ प्रत्यय,ठक् प्रत्यय,त्व और तल प्रत्यय |
Part 3 | Sanskrit Vyakaran |
Board Name | UP Board (UPMSP) |
Topic Name | इनि प्रत्यय, मतुप्’ प्रत्यय,ठक् प्रत्यय,त्व और तल प्रत्यय (Pratyay with Example) |
‘इनि’ (इन्) प्रत्यय
अकारान्त शब्दों के पश्चात् इस प्रत्यय का प्रयोग होता है। इसका अर्थ ‘वान’, ‘वाला’ होता है।
धन + इनि = धनिन् धनवाला
गुण + इन् = गुणिन् गुणवाला
‘मतुप्’ प्रत्यय
संज्ञा शब्दों से ‘वाला’ अर्थ को प्रकट करनेवाले विशेषण शब्द बनाने के लिए ‘मतुप्’ प्रत्यय का प्रयोग किया जाता है। मतुप् का ‘मत्’ और कभी-कभी ‘वत्’ भी हो जाता है। ये शब्द विशेषण होते हैं, इसलिए विशेष्य के अनुसार लिङ्ग, वचन और विभक्ति के रूपवाले होते हैं-
शब्द प्रत्यय पुँल्लिङ्ग स्त्रीलिङ्ग नपुंसकलिङ्ग
बुद्धि + मतुप् बुद्धिमान् बुद्धिमती बुद्धिमत्
श्री + मतुप् श्रीमान् श्रीमती श्रीमत्
धन + मतुप् धनवान् धनवती धनवत्
विद्या + मतुप् विद्यावान् विद्यावती विद्यावत्
धी + मतुप् धीमान् धीमती धीमत्
पुत्र + मतुप् पुत्रवान् पुत्रवती पुत्रवत्
मति + मतुप् मतिमान् मतिमती मतिमत्
गुण + मतुप् गुणवान् गुणवती गुणवत्
बल + मतुप् बलवान् बलवती बलवत्
रूप + मतुप् रूपवान् रूपवती रूपवत्
गम् + मतुप् गतवान्
‘ठक्’ (इक्) प्रत्यय
सम्बन्ध अर्थ बताने के लिए शब्द के अन्त में ठक् (इक्) प्रत्यय लगता है। इसमें प्रथम स्वर की वृद्धि हो जाती है।
जैसे : दिन + ठक् = दैनिकः
धर्म + ठक् = धार्मिकः
लोक + ठक् = लौकिकः
समाज + ठक् = सामाजिकः
शरद + ठक् = शारदः
न्याय + ठक् = नैयायिकः
‘त्व’ और ‘तल’ (भावार्थक) प्रत्यय
किसी शब्द से भाववाचक संज्ञा बनाने के लिए उस शब्द में ‘त्व’ अथवा ‘तल्’ (ता) प्रत्यय जोड़ देते हैं। ‘त्व’ वाले शब्द
नपुंसकलिङ्ग में होते हैं तथा ‘तल्’ (ता) वाले शब्द स्त्रीलिङ्ग में होते हैं।
जैसे : शब्द त्व तल् (ता)
नृप नृपत्वम् नृपता
शिशु शिशुत्वम् शिशुता
साधु साधुत्वम् साधुता
देव देवत्वम् देवता
सुन्दर सुन्दरत्वम् सुन्दरता
लघु लघुत्वम् लघुता