UP Board and NCERT Solution of Class 9 Science [विज्ञान] ईकाई 3 गति, बल तथा कार्य – Chapter-10 Work and Energy (कार्य तथा ऊर्जा) वस्तुनिष्ठ प्रश्न – बहुविकल्पीय प्रश्न MCQ
प्रिय पाठक! इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको कक्षा 9वीं विज्ञान ईकाई3 गति, बल तथा कार्य के अंतर्गत चैप्टर10 (कार्य तथा ऊर्जा) पाठ के बहुविकल्पीय प्रश्न अर्थात वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न प्रदान कर रहे हैं। UP Board में OMR आधारित ऑब्जेक्टिव प्रश्न आते हैं। आशा करते हैं हमारी मेहनत की क़द्र करते हुए इसे अपने मित्रों में शेयर जरुर करेंगे।
Class | 9th | Subject | Science (Vigyan) |
Pattern | NCERT | Chapter- | Work and Energy |
बहुविकल्पीय प्रश्न / वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQs)
- कार्य का SI मात्रक होता है–
(a) J या N-m✓
(b) erg
(c) W या J-s
(d) kW
- 1 kW तुल्य है–
(a) 1.34 HP के✓
(b) 7.46 HP के
(c) 10 HP के
(d) 746 HP के
- सामर्थ्य का SI मात्रक होता है–
(a) W या J-s-1✓
(b) N-m या J-s-1
(c) kWh
(d) J
- किसी वस्तु के कार्य करने की क्षमता कहलाती है–
(a) सामर्थ्य
(b) ऊर्जा✓
(c) अश्व शक्ति
(d) बल
5.1/2mv² सूत्र है–
(a) गतिज ऊर्जा का✓
(b) स्थितिज ऊर्जा का
(c) सामर्थ्य का
(d) नाभिकीय ऊर्जा का
- घड़ी को चाबी देने में संग्रह करते हैं –
(a) स्थितिज ऊर्जा✓
(b) गतिज ऊर्जा
(c) गुरुत्वीय त्वरण
(d) सामर्थ्य
- एक वस्तु पृथ्वी की ओर गिर रही है उसकी स्थितिज ऊर्जा–
(a) बढ़ेगी
(b) घटेगी✓
(c) वही रहेगी
(d) इनमें से कोई नहीं
- अपने सिर पर ईंट रखकर एक मजदूर क्षैतिज सड़क (horizon- tal road) पर एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने में –
(a) अधिकतम कार्य करता है
(b) कोई कार्य नहीं करता है✓
(c) ऋणात्मक कार्य करता है
(d) न्यूनतम कार्य करता है
- ऊर्जा कैसी राशि है?
(a) सदिश
(b) अदिश✓
(c) दोनों प्रकार की
(d) इनमें से कोई नहीं
- किसी पिण्ड का दव्यमान दोगुना तथा वेग आथा करने पर उसकी गतिज ऊर्जा हो जायेगी–
(a) आधी✓
(b) चौथाई
(c) दुगुनी
(c) kW
- गतिज ऊर्जा का मात्रक होता है–
(a) J✓
(b) W
(c) kW
(d) N
- यदि कोई पिण्ड पृथ्वी से ठीक ऊपर की ओर फेंका जाय तो ऊपर की ओर जाते हुए उसकी सम्पूर्ण ऊर्जा–
(a) बढ़ेगी
(b) कम होती जाती है
(c) नियत रहती है✓
(d) कभी कम होगी कभी बढ़ेगी
- सामर्थ्य किस प्रकार की भौतिक राशि है–
(a) सदिश
(b) अदिश✓
(c) दोनों
(d) इनमें से कोई नहीं
- एक पिण्ड का वेग उसके प्रारंभिक वेग का तीन गुना करने पर उसकी गतिज ऊर्जा हो जायगी–
(a) तीन गुनी
(b) दोगुनी
(c) अपरिवर्तित
(d) नौगुनी✓
- मात्रक जूल (J) के स्थान पर लिख सकते है–
(a) W
(b) N-m✓
(c) kW
(d) N/m
- वाट–सेकण्ड मात्रक है–
(a) बल का
(b) ऊर्जा का✓
(c) सामर्थ्य का
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
- निम्नलिखित में कौन–सा कार्य का मात्रक नहीं है–
(a) J
(b) N-m
(c) W✓
(d) kWh
- 2 kg दव्यमान का पिण्ड कुछ बल लगाकर ऊपर की ओर ऊर्ध्वाधरतः फेंका जाता है तथा 5 m की ऊँचाई तक जाकर पृथ्वी पर वापस आ जाता है। इस सम्पूर्ण क्रिया में पिण्ड पर किया गया सम्पूर्ण कार्य होगा– (g = 10 m s-²)
(a) 100 J
(b) 200 J
(c) 10 J
(d) शून्य✓
- एक मशीन 200 J कार्य 8 s में करती है। मशीन की सामर्थ्य होगी–
(a) 25 W✓
(b) 25 J
(c) 1600 J-s
(d) 25 J-s
- जब किसी वस्तु का वेग दोगुना कर दिया जाता है–
(a) उसकी गतिज ऊर्जा दोगुनी हो जाती है।
(b) उसकी स्थितिज ऊर्जा दोगुनी हो जाती है।
(c) उसकी गतिज ऊर्जा चार गुना हो जाती है।✓
(d) उसकी गतिज ऊर्जा आधी रह जाती है।
- 1 kg के एक पिण्ड की गतिज ऊर्जा 200 J है। उसका वेग है–
(a) 20 m s-1✓
(b) √20 m s–¹
(c) 100 ms–¹
(d) 400 m s-1
- किसी पिण्ड का द्रव्यमान आधा तथा वेग दोगुना करने पर उसकी गतिज ऊर्जा हो जायगी–
(a) चौथाई
(b) आधी
(c) दोगुनी✓
(d) अपरिवर्तित
- एक अश्वशक्ति तुल्य है–
(a) 74.6 W के
(b) 550 W के
(c) 746 W के✓
(d) 7460 W के
- शक्ति की इकाई है–
(a) N
(b) N-m
(c) J-s✓
(d) J-m-¹
- निम्न में कौन सामर्थ्य का मात्रक नहीं है–
(a) J-s-1
(b) J×s✓
(c) W
(d) HP
- बल तथा विस्थापन के बीच कोण शून्य होगा, वह है– के जिस मान के लिए कार्य
(a) 0°
(b) 45°
(c) 60°
(d) 90°✓
- कार्य करने के लिए आवश्यक है–
(a) वस्तु पर बल आरोपित किया जाए
(b) वस्तु में विस्थापन हो
(c) बस्तु पर बल आरोपित हो और उसमें विस्थापन हो✓
(d) उपरोक्त सभी
- ऊँचाई पर रखे पिंड में –
(a) स्थितिज ऊर्जा है।✓
(b) गतिज ऊर्जा है।
(c) स्थितिज व गतिज ऊर्जा दोनों हैं।
(d) ऊर्जा से उसका कोई सम्बन्ध नहीं है।
- उड़ते पक्षी में –
(a) स्थितिज ऊर्जा है।
(b) गतिज ऊर्जा है।
(c) स्थितिज व गतिज ऊर्जा दोनों हैं।✓
(d) ऊर्जा से इसका कोई सम्बन्ध नहीं है।
- निम्न में कार्य के परिकलन का सूत्र है–
(a) W= दूरी / बल
(b) W= दूरी / बल
(c) W = बल x दूरी✓
(d) उपरोक्त सभी
- किसी वस्तु पर बल आरोपित करने पर अधिकतम कार्य होगा, जब विस्थापन बल की दिशा के –
(a) 0° पर हो✓
(b) 60° पर हो
(c) 90° पर हो
(d) कोई विस्थापन न हो
- किसी वस्तु पर आरोपित होने वाला बल न्यूनतम कार्य करेगा, जब विस्थापन बल की दिशा के –
(a) 0° पर हो
(b) 60° पर हो
(c) 90° पर हो✓
(d) कोई विस्थापन न हो।
- अगर विस्थापन बल की दिशा से 0° पर हो तो कार्य का परिकलन करेंगे
(a) W=Fxs sin 0
(b) WsxF sin 0
(c) W=Fxs cot O
(d) W=Fx s cos 0✓
- कोई पिंड स्वतंत्रतापूर्वक गिरना आरम्भ करता है। उसके विषय में कौन–ग्रा कथन सत्य है–
(a) उसकी स्थितिज ऊर्जा में कमी और गतिज ऊर्जा में वृद्धि होगी।✓
(b) उसकी स्थितिज ऊर्जा में वृद्धि और गतिज ऊर्जा में कमी होगी।
(c) स्थितिज ऊर्जा अपरिवर्तनीय रहेगी।
(d) गतिज ऊर्जा अपरिवर्तनीय रहेगी।
- 1 kg द्रव्यमान का एक पिंड 1m की ऊँचाई तक उठाया गया, किया गया कार्य होगा
(a) 1 J
(b) 9.8.J✓
(c) 980 J
(d) 0.98 J
- 1 kWh बराबर है–
(a) 6 3×106J के
(b) 3.6 × 103 J के
(c) 3.6 × 106 J के✓
(d) 6.3 × 103 J के
- वाट–सेकण्ड मात्रक है–
(a) शक्ति का
(b) ऊर्जा का✓
(c) प्रकाश की तीव्रता का
(d) उपरोक्त में से किसी का नहीं
- शक्ति का मात्रक है–
(a) W
(b) kW
(c) J/s
(d) उपरोक्त सभी✓
- एक व्यक्ति 10 kg का सूटकेस 10 min तक लेकर खड़ा रहा, किया गया कार्य होगा–
(a) 100 J
(b) 1 J
(c) शून्य✓
(d) अनिश्चित है
- एक पिंड का वेग पहले वेग का दो गुना होने पर गतिज ऊर्जा होगी–
(a) दोगुनी
(b) चार गुनी✓
(c) आठ गुनी
(d) गतिज ऊर्जा वेग पर निर्भर नहीं करती
- गतिज ऊर्जा के लिए राशि m को चार गुना व v को आधा कर दिया गया। वस्तु की गतिज ऊर्जा–
(a) पहले से दोगुनी हो जायेगी
(b) पहले के समान रहेगी✓
(c) पहले से आधी हो जायेगी
(d) कुछ भी नहीं कहा जा सकता
- गौरव का द्रव्यमान 30 kg है। वह 50 N का बल किसी वस्तु पर लगाकर इसमें 4 m का विस्थापन करता है। किया गया कार्य होगा–
(a) 120 J
(b) 1500 J
(c) 200 J✓
(d) 6000 J
- एक व्यक्ति का भार 600 N है। 10m की ऊँचाई तक चढ़ने के लिए उसे ऊर्जा चाहिए–
(a) 6000 J✓
(b) 60 J
(c) 58800 J
(d) उपरोक्त में से कोई भी नहीं