UP Board and NCERT Solution of Class 9 Science [विज्ञान] ईकाई 3 गति, बल तथा कार्य – Chapter-11 Sound (ध्वनि) वस्तुनिष्ठ प्रश्न – बहुविकल्पीय प्रश्न MCQ
प्रिय पाठक! इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको कक्षा 9वीं विज्ञान ईकाई3 गति, बल तथा कार्य के अंतर्गत चैप्टर11 (ध्वनि) पाठ के बहुविकल्पीय प्रश्न अर्थात वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न प्रदान कर रहे हैं। UP Board में OMR आधारित ऑब्जेक्टिव प्रश्न आते हैं। आशा करते हैं हमारी मेहनत की क़द्र करते हुए इसे अपने मित्रों में शेयर जरुर करेंगे।
Class | 9th | Subject | Science (Vigyan) |
Pattern | NCERT | Chapter- | Sound |
बहुविकल्पीय प्रश्न / वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQs)
- हर्ट्ज मात्रक है–
(a) ऊर्जा का
(b) वैद्युत क्षेत्र की तीव्रता का
(c) आवृत्ति का✓
(d) तरंगदैर्ध्य का
- घन्द्रमा पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता रहता है। चन्द्रमा की गति–
(a) सरल आवर्त गति है
(b) कम्पनित गति है
(c) दोलन गति है
(d) आवर्त गति है✓
- किसी गैस में तरंगें उत्पन्न हो सकती हैं–
(a) केवल अनुप्रस्थ
(b) केवल अनुदैर्ध्य✓
(c) अनुप्रस्थ तथा अनुदैर्ध्य दोनों
(d) दोनों में से कोई नहीं
- अनुप्रस्थ तरंगों में दो श्रृंगों के बीच की दूरी होती है–
(a) आयाम
(b) अर्द्ध-आयाम
(c) तरंगदैर्ध्य✓
(d) अर्द्ध तरंगदैर्ध्य
- ध्वनि की चाल सर्वाधिक होती है–
(a) ठोस में✓
(b) द्रव में
(c) गैस में
(d) ठोस व द्रव में
- एक तरंग की तरंगदैर्ध्य 50 cm तथा आवृत्ति 400/s है। तरंग की चाल होगी –
(a) 8 cm s-1
(b) 120,000 cm s-1✓
(c) 400 cm s-1
(d) 200 cm s-1
- अनुदैर्ध्य तरंगों में माध्यम के कण दोलन करते हैं।
(a) तरंग गति की दिशा के लम्बवत्
(b) तरंग गति की दिशा से 60° के कोण पर
(c) तरंग गति की दिशा के समान्तर✓
(d) किसी दिशा में नहीं
- अनुप्रस्थ तरंगों में माध्यम के कण दोलन करते हैं–
(a) तरंग गति की दिशा के लम्बवत्✓
(b) तरंग गति की दिशा के समान्तर
(c) तरंग गति की दिशा से 120° कोण पर
(d) किसी दिशा में नहीं
- पानी में पत्थर डालने पर पानी की सक्रह पर उत्पन्न तरंगें होती हैं–
(a) केवल अनुदैर्ध्य
(b) केवल अनुप्रस्थ ✓
(c) अनुप्रस्थ व अनुदैर्ध्य दोनों
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
- वायु में ध्वनि तरंगों की प्रकृति होती है–
(a) केवल अनुप्रस्थ
(b) केवल अनुदैर्ध्य
(c) विद्युत चुम्बकीय तरंगें
(d) अनुप्रस्थ एवं अनुदैर्ध्य दोनों प्रकार की✓
- किसी तरंग की चाल (v), आवर्तकाल (T) तथा तरंगदैर्ध्य λ में सही सम्बन्ध है–
(a) v = λ.Τ
(b) v = T / λ
(c) v = λ / T ✓
(d) T = λ.v
- ध्वनि तरंगों की आवृत्ति होती है–
(a) 20 Hz से कम
(b) 20,000 Hz से अधिक
(c) 20 Hz से 20,000 Hz तक✓
(d) उपर्युक्त तीनों
- तरंगदैर्ध्य (λ), आवृत्ति (n) तथा तरंग की चाल (v) में सही सम्बन्ध है–
(a) n= λ / U
(b) v=n / λ
(c) λ= v /n✓
(d) λ=n /v
- वायु में दो ध्वनियों की तरंगदैर्थों का अनुपात 1 : 4 है। इनकी आवृत्तियों का अनुपात होगा –
(a) 1:4
(b) 1:2
(c) 4:1✓
(d) 2:1
- आवृत्ति का मात्रक है-.
(a) मीटर
(b) सेकण्ड
(c) मीटर/सेकण्ड
(d) हर्ट्ज✓
- तरंगदैर्ध्य का मात्रक है–
(a) मीटर✓
(b) सेकण्ड
(c) मीटर/सेकण्ड
(d) हर्ट्ज
- 1/T द्वारा व्यक्त राशि कहलाती है–
(a) तरंगदैर्ध्य
(b) आवृत्ति✓
(c) तरंग-वेग
(d) तरंग-संख्या
- 1/2 द्वारा व्यक्त राशि कहलाती है–
(a) तरंगदैर्ध्य
(b) आवृत्ति
(c) तरंग-वेग
(d) तरंग-संख्या✓
- एक सितार के तार को छेड़ने पर तरंगें उत्पन्न होंगी–
(a) सितार में अनुप्रस्थ और वायु में अनुदैर्ध्य✓
(b) सितार में अनुदैर्ध्य और वायु में अनुप्रस्थ
(c) दोनों में अनुदैर्ध्य
(d) दोनों में अनुप्रस्थ
- संपीडन एवं विरलन के द्वारा संचरित होती है–
(a) अनुप्रस्थ तरंग
(b) अनुदैर्ध्य तरंग✓
(c) कोई भी आवर्ती तरंग
(d) प्रकाश तरंग
- एक स्वरित्र 5 s में 1000 दोलन पूरा करता है उसकी आवृत्ति होगी –
(a) 1000 Hz
(b) 0.005 Hz
(c) 200 Hz✓
(d) 5000 Hz
- यदि किसी स्वरित्र का आवर्तकाल 0.02s हो तो उसकी आवृत्ति होगी –
(a) 0.02 Hz
(b) 5 Hz
(c) 50 Hz✓
(d) 200 Hz
- एक स्वरित्र की आवृत्ति 330 Hz हो और वायु में ध्वनि का वेग 330 m/s हो तो वायु में उत्पन्न ध्वनि तरंगों की तरंगदैर्ध्य होगी–
(a) 0.5 m
(b) 1m✓
(c) 2 m
(d) कोई निश्चित नहीं
- किसी तरंग के दो श्रृंगों के मध्य दूरी है 50 cm तो तरंगदैर्ध्य होगी –
(a) 100 cm
(b) 0.50 cm
(c) 50 cm✓
(d) 500 cm
- किस तरंग संचरण के लिए माध्यम की आवश्यकता नहीं होती–
(a) अनुप्रस्थ तरंग
(b) अनुदैर्ध्य तरंग
(c) प्रकाश तरंग✓
(d) उपरोक्त सभी
- ध्वनि की चाल अधिकतम होगी–
(a) हाइड्रोजन में
(b) रुधिर में
(c) जल में
(d) ग्रेनाइट में✓
- मनुष्य सुन सकता है आवृत्ति की ध्वनि ।
(a) 20 Hz से कम
(b) 20000 Hz से अधिक
(c) 20 Hz व 20000 Hz के मध्य✓
(d) उपरोक्त सभी।
- 20 kHz से अधिक आवृत्ति की ध्वनि कहलाती है–
(a) पराध्वनि✓
(b) सुपर सोनिक
(c) अवश्रव्य ध्वनि
(d) उपरोक्त में से कोई भी नहीं
- प्रतिध्वनि उत्पन्न होने के लिए, परावर्तक सतह व स्रोत के मध्य निम्नतम दूरी है?
(a) 1.7 m
(b) 17 m✓
(c) 10 m
(d) 300 m
- स्टेथोस्कोप किस सिद्धान्त पर कार्य करता है?
(a) ध्वनि का परावर्तन✓
(b) ध्वनि की गति
(c) ध्वनि का अपवर्तन
(d) ध्वनि की तीव्रता
- अल्ट्रासोनोग्राफी किस पर आधारित है?
(a) पराध्वनि✓
(b) अवश्रव्य
(c) अनुरणन
(d) पराश्रव्य
- आन्तरिक कान में दाब परिवर्तनों को विद्युत संकेतों में बदलता है–
(a) कर्णावर्त✓
(b) मुग्दरक
(c) निहाई
(d) वलयक
- अनुप्रस्थ तरंगों में माध्यम के अणु कम्पन करते हैं, तरंग संचरण की दिशा के–
(a) लम्बवत्✓
(b) समान्तर
(c) 45° पर
(d) 45° पर व समानान्तर
- अनुदैर्ध्य तरंगों में माध्यम के अणु कम्पन करते हैं, तरंग संचरण की दिशा के–
(a) लम्बवत्
(b) समान्तर✓
(c) 45° पर
(d) 45° पर व समान्तर
- अनुदैर्ध्य तरंगें उत्पन्न होती हैं–
(a) ठोसों में
(b) द्रवों में
(c) गैसों में
(d) तीनों में✓
- अनुप्रस्थ तरंगें उत्पन्न होती हैं–
(a) ठोसों व द्रवों में✓
(b) द्रव व गैसों में
(c) गैस व ठोसों में
(d) ठोस, द्रव व गैस तीनों में
- एक दोलन पूरा करने में लिया गया समय कहलाता है–
(a) तरंगदैर्ध्य
(b) आवृत्ति
(c) आवर्तकाल✓
(d) वेग
- एक दोलन पूरा करने में तरंग द्वारा चली गयी दूरी कहलाते हैं–
(a) तरंगदैर्ध्य✓
(b) आवृत्ति
(c) आवर्तकाल
(d) वेग
- किसी तरंग द्वारा एक सेकण्ड में पूरे किये गये दोलन कहलाती है उसकी–
(a) तरंगदैर्ध्य
(b) आवृत्ति✓
(c) आवर्तकाल
(d) वेग