UP Board Solution of Class 9 Social Science भूगोल (Geography) Chapter- 1 भारत: आकार एवं स्थिति (Bharat: Aakaar Aur Sthiti) Laghu Uttariy Prashn

UP Board Solution of Class 9 Social Science [सामाजिक विज्ञान] Geography[भूगोल ] Chapter- 1 भारत: आकार एवं स्थिति (Bharat: Aakaar Aur Sthiti) लघु उत्तरीय प्रश्न Laghu Uttariy Prashn

प्रिय पाठक! इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको कक्षा 9वीं की सामाजिक विज्ञान  इकाई-2: भूगोल समकालीन भारत-1 खण्ड-1  के अंतर्गत चैप्टर-1 भारत: आकार एवं स्थिति (Bharat: Aakaar Aur Sthiti) पाठ के लघु उत्तरीय प्रश्न  प्रदान कर रहे हैं। जो की UP Board आधारित प्रश्न हैं। आशा करते हैं आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी और आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करेंगे।

Subject Social Science [Class- 9th]
Chapter Name भारत: आकार एवं स्थिति (Bharat: Aakaar Aur Sthiti)
Part 3  Geography [भूगोल]
Board Name UP Board (UPMSP)
Topic Name समकालीन भारत-1

भारत: आकार एवं स्थिति (Bharat: Aakaar Aur Sthiti)

लघु उत्तरीय प्रश्न 

प्रश्न 1. भारत को उपमहाद्वीप का दर्जा क्यों दिया जाता है? अथवा, भारतीय उपमहाद्वीप किन देशों से मिलकर बनता है?

उत्तर भारत एशिया महाद्वीप के दक्षिण में स्थित है। एशिया का भाग होते हुए भी यह एक विशिष्ट भौगोलिक इकाई है। हिमालय पर्वत इसे शेष एशिया से पृथक् करता है। भारत की इसी विशेषता के कारण भारत को उपमहाद्वीप का दर्जा दिया जाता है। भारतीय उपमहाद्वीप में भारत के अतिरिक्त पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव आदि देश सम्मिलित हैं।

प्रश्न 2. भारत के देशान्तरीय विस्तार के प्रभाव को स्पष्ट कीजिए।

उत्तरदेशान्तरीय विस्तार का प्रभावभारत के देशान्तरीय विस्तार का प्रभाव उसके पूर्व-पश्चिम एवं उत्तर-दक्षिण दूरी से काफी महत्त्व रखता है। अपने इसी विस्तार के कारण इसके पड़ोसी देशों की दूरी का निर्धारण होता है। देशान्तरीय विस्तार की वजह से भारत के पूर्व में स्थित देश जैसे म्यामांर, थाईलैण्ड, सिंगापुर, मलेशिया व वियतनाम तथा पश्चिम में स्थित देश जैसे पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान, इराक आदि भारत के निकट स्थित हैं। इसीलिए इन देशों से भारत के आर्थिक एवं सांस्कृतिक सम्बन्ध प्राचीनकाल से रहे हैं।

अपने विस्तृत पूर्व-पश्चिमी विस्तार के कारण भारत जहाँ पूर्व की ओर चीन, जापान व ऑस्ट्रेलिया के निकट है वहीं पश्चिम की ओर अफ्रीकी और यूरोपीय देशों से भी इसकी निकटता है। इस प्रकार भारत अपने देशान्तरीय विस्तार के कारण सरलता से दुनिया के सभी देशों के साथ व्यापारिक व सांस्कृतिक सम्बन्ध स्थापित कर सका है।

प्रश्न 3. भारत में स्थानीय समय में अन्तर की समस्या का समाधान किस प्रकार निकाला गया है?

उत्तरभारत के पूर्वी एवं पश्चिमी भागों के स्थानीय समय में अन्तर के कारण उत्पन्न समस्याओं के निराकरण के लिए एक मानक समय निर्धारित किया गया। मानक समय का निर्धारण प्रधान मध्याह्न रेखा के समय के आधार पर किया जाता है। संसार को 15° देशान्तर के अन्तर पर 24 समय क्षेत्रों में बाँटा गया है। इनमें से प्रत्येक समय क्षेत्र की मानक मध्याह्न रेखा, ऐसी चुनी जाती है, जो 7%° से विभाजित हो। एक समय क्षेत्र में अधिकतम आधे घण्टे का अन्तर हो, इसलिए 7½° से विभाजित देशान्तर को सम्बन्धित क्षेत्र की मानक रेखा माना जाता है। भारत का देशान्तरीय विस्तार अधिक होने से हमारे दैनिक क्रिया-कलापों का प्रारम्भ और समापन समय पर होता है। लेकिन देश में मानक मध्याह्न रेखा के समय के आधार पर ही घड़ियाँ चलती हैं। यही समय सब जगह एक जैसा होता है। स्थान-स्थान का स्थानीय समय अलग होता है मगर मानक समय सब स्थानों पर समान होता है।

प्रश्न 4. कन्याकुमारी और कश्मीर में दिनरात की अवधि में अन्तर क्यों है?

उत्तर देश का उत्तर-दक्षिण विस्तार भारत के विभिन्न भागों में दिन रात की लम्बाई में अन्तर डालता है। कन्याकुमारी (लगभग 8° उत्तर अक्षांश) भूमध्य रेखा के निकट है। यहाँ दिन-रात लगभग समान अवधि के होते हैं। परन्तु कश्मीर (लगभग 37° उत्तर अक्षांश) भूमध्य रेखा से दूर है। यहाँ वर्ष भर सूर्य की किरणें तिरछी पड़ती हैं, परिणामस्वरूप यहाँ दिन रात की अवधि में पाँच घण्टे का अन्तर होता है। पृथ्वी के अक्ष के झुकाव के कारण भी भूमध्य रेखा से दूर स्थित भागों में ग्रीष्मकाल में दिन की अवधि रात से अधिक होती है।

प्रश्न 5. भारत दक्षिण एशिया में महत्त्वपूर्ण सामरिक स्थिति में है। स्पष्ट कीजिए।

उत्तरभारतीय भूभाग पूर्व एवं पश्चिम एशिया के मध्य में स्थित है। भारत, एशिया महाद्वीप के दक्षिण में विस्तृत है। भारत पश्चिम स्थित यूरोप के देशों को पूर्व में स्थित एशियाई देशों को जोड़ने वाले हिन्द महासागर पार के समुद्री मार्ग की सामरिक केन्द्रीय स्थिति में है। भारतीय भूखण्ड पूर्व एवं पश्चिम एशिया के मध्य में स्थित है। भारत का जो भाग एशिया महाद्वीप से जुड़ा हुआ है (भू-मार्ग एवं दर्रों के रास्ते से) वह भारत को इसके उत्तर, पश्चिम एवं पूर्व में स्थित विभिन्न देशों से जोड़ता है। दक्षिण प्रायद्वीप हिन्द महासागर में दूर तक चला गया है जिससे भारत को पश्चिमी तट से पश्चिम एशियाई, अफ्रीका और यूरोप तथा दक्षिणपूर्वी एवं पूर्वी तट से पूर्व-एशिया के देशों के साथ नजदीकी सम्बन्ध बनाने में सहायता मिलती है।

प्रश्न 6. भारत के सबसे पूर्वी एवं पश्चिमी भूभाग में सूर्योदय के समय में अन्तर का क्या कारण है?

उत्तर भारत के सबसे पूर्वी क्षैतिज पर पश्चिमी सिरे की क्षैतिज से 2 घण्टे पहले सूर्य उदय होता है। अर्थात् अरुणाचल प्रदेश का वासी जब अपनी प्रातः की दिनचर्या प्रारम्भ करता है, उस समय गुजरात प्रदेश का वासी आराम से सोया होता है। दूसरी ओर सायं के समय अरुणाचल प्रदेश का वासी दैनिक कार्य को समाप्त कर विश्राम की स्थिति में होता है, उस समय गुजरात का वासी अपने दैनिक कार्यों को समाप्त करने में जुटा होता है। भारत का देशान्तरीय विस्तार 30° है। दो देशान्तरों के बीच सूर्य उदय होने में 4 मिनट का अन्तर आता है। पूर्वी और पश्चिम सीमान्तों पर 30 × 4 = 120 मिनट अर्थात् 2 घण्टे का अन्तर है। जाता है।.

प्रश्न 7. भारत का अक्षांश एवं देशान्तरीय विस्तार लगभग समान है किन्तु उत्तरदक्षिण एवं पूर्वपश्चिम विस्तार असमान है, ऐसा क्यों? – स्पष्ट कीजिए।

उत्तरभारत का उत्तर-दक्षिण अक्षांशीय विस्तार 30° है, लगभग इतना ही इसका पूर्व-पश्चिम देशान्तरीय विस्तार है। परन्तु जब इस विस्तार को किलोमीटर में मापा जाता है तो वह बराबर नहीं होता अर्थात् देश का पूर्व-पश्चिम विस्तार लगभग 2933 किमी और उत्तर-दक्षिण विस्तार लगभग 3214 किमी है। इसका कारण यह है कि देशान्तर रेखाएँ अक्षांश रेखाओं की भाँति समान्तर नहीं होती हैं। सभी देशान्तर रेखाएँ ध्रुवों पर आकर आपस में मिल जाती हैं। जैसे-जैसे विषुवत् रेखा से दूर होते जाते हैं, देशान्तर रेखाओं के बीच की दूरी घटती जाती है। इसलिए भारत का पूर्व-पश्चिम विस्तार (किमी में) उत्तर-दक्षिण विस्तार से कम रह जाता है।

 

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