UP Board and NCERT Solution of Class 10 Science [विज्ञान] ईकाई 4 विद्युत का प्रभाव – Chapter- 11 Electricity (विद्युत) वस्तुनिष्ठ प्रश्न, बहुविकल्पीय प्रश्न, MCQ
प्रिय पाठक! इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको कक्षा 10वीं विज्ञान ईकाई 4 विद्युत का प्रभाव (Effect of Electricity) के अंतर्गत चैप्टर 11 (विद्युत ) पाठ के बहुविकल्पीय प्रश्न अर्थात वस्तुनिष्ठ प्रकार के प्रश्न प्रदान कर रहे हैं। UP Board में OMR आधारित ऑब्जेक्टिव प्रश्न आते हैं। आशा करते हैं हमारी मेहनत की क़द्र करते हुए इसे अपने मित्रों में शेयर जरुर करेंगे।
विद्युत आवेश, विद्युत परिपथ तथा विद्युत परिपथ आरेख, विद्युत शक्ति का सामर्थ्य, विद्युत धारा, विद्युत विभव, विद्युत प्रतिरोध, विद्युत ऊर्जा, विद्युत विभवान्तर
Class | 10th | Subject | Science (Vigyan) |
Pattern | NCERT | Chapter- | Electricity |
बहुविकल्पीय प्रश्न / वस्तुनिष्ठ प्रश्न (MCQs)
विद्युत
निर्देश– निम्नलिखित प्रश्नों में चार वैकल्पिक उत्तर दिये गये हैं। सही विकल्प चुनकर लिखिए-
- 1 µΩ का मान होता है–
(a) 10-9 Ω
(b) 10-6Ω
(c) 10-3Ω
(d) 1 Ω
2.4 Ωके चार प्रतिरोध एक–दूसरे के समान्तर क्रम में जोड़े गये हैं, तो तुल्य प्रतिरोध होगा–
(a) 4 Ω
(b) 2 Ω
(c) 3 Ω
(d) 1 Ω
- एक अश्व शक्ति बराबर है–
(a) 726 W
(b) 736 W
(c) 746 W
(d) 756 W
- निम्नांकित में से कौन–सा कथन ओम के नियम को व्यक्त नहीं करता–
(a) धारा/विभवान्तर = नियतांक
(b) विभवान्तर/धारा = नियतांक
(c) विभवान्तर = धारा x प्रतिरोध
(d) धारा = विभवान्तर × प्रतिरोध
- एक वैद्युत बल्ब पर 12 V तथा 30 W लिखा है। इसमें प्रवाहित हो सकने वाली अधिकतम धारा होगी–
(a) 0.4 A
(b) 2.5 A
(c) 12 A
(d) 360 A
- 1.0 µ.A की विद्युत धारा का मान होता है–
(a) 10+3 A
(b) 10-3A
(c) 10-6A
(d) 10+16 A
- ओम का नियम सत्य है–
(a) केवल धात्विक चालकों के लिए
(b) केवल अधात्विक चालकों के लिए
(c) केवल अर्द्ध चालकों के लिए
(d) सभी के लिए
- 1.5 Ω प्रतिरोध के तार में 1.5 A धारा प्रवाहित करने पर तार के सिरों के बीच विभवान्तर होता है–
(a) 22.5 V
(b) 1.0 V
(c) 0.225 V
(d) 2.25 V
- प्रतिरोध का मात्रक है–
(a) Ω
(b) Ω/cm
(c) Ω-cm
(d) V
- एक विद्युत चालक में 1.0 A की विद्युत धारा बह रही है। इसमें प्रति सेकण्ड बहने वाले इलेक्ट्रॉनों की संख्या होगी–
(a) 6.25
(b) 6.25×10-18
(c) 6.25 × 10-18
(d) 1
- प्रत्येक 42 प्रतिरोध वाले ॥ चालक तारों को समान्तर क्रम में जोड़ा गया है। इस समायोजन का तुल्य प्रतिरोध है–
(a) 4 n
(b) 4/n
(c) n/4
(d) 4n2
- विद्युत आवेश का मात्रक है–
(a) जूल
(b) कूलाम
(c) वोल्ट
(d) ऐम्पियर
- किसी परिपथ में बहने वाली विद्युत धारा का मात्रक है–
अथवा विद्युत धारा का SI मात्रक है
(a) कूलाम
(b) जूल
(c) ऐम्पियर
(d) कैलोरी
- निम्नलिखित में से कौन–सा पद परिपथ में विद्युत शक्ति को प्रदर्शित करता है?
(a) I2R
(b) IR2
(c) I2R2
(d) IR
- समान विद्युत शक्ति के ‘तापदीप्त बल्ब‘ एवं ‘हीटर‘ में से किसमें अधिक प्रकाश होगा?
(a) हीटर में
(b) बल्ब में
(c) दोनों में बराबर होगा
(d) दोनों में से किसी में भी अधिक हो सकता है
- एक प्रोटॉन पर आवेश होता है–
(a) +9.1×10-19C
(b) -9.1×10-19C
(c) +1.6×10-19 C
(d) -1.6 × 10-19C
- दो विद्युत बल्बों की सामर्थ्य क्रमशः 60 W तथा 100 W है। दोनों 220 V पर कार्य करते हैं। इनके प्रतिरोधों का अनुपात होगा–
(a)5/3
(b) 3/5
(c) 9/25
(d) 25/9
- एक मेन्स से R1 व R2 प्रतिरोधों के दो तार समान्तर क्रम में जोड़े जाते हैं। यदि इनमें प्रवाहित धारा क्रमशः I1 तथा I2 हो एवं प्रति सेकण्ड उत्पन्न ऊष्मा क्रमशः H1 व H₂ हो तो–
(a) H1/H2=R2/R1
(b) H1/H2=R1/R2
(c) H1/H2=I21/I22
(d) H1/H2 = I2/I1
- 1 विद्युत यूनिट बराबर है–
(a) 1 J-s
(b) 1 wh
(c) 1 kWh
(d) 1 HP-h
- प्रतिरोधों के समान्तर संयोजन में समान होता है–
(a) धारा
(b) विभवान्तर
(c) आवेश
(d) इनमें से कोई नहीं
- निम्न परिपथ में A एवं B बिन्दुओं के बीच विभवान्तर होगा–
(a) 3 V
(b) 2 V
(c) 1 V
(d) -1 V
- किसी तार की लम्बाई खींचकर उसकी प्रारम्भिक लम्बाई का तीन गुना करने पर उसका प्रतिरोध हो जायेगा–
(a) 9 गुना
(b) 3 गुना
(c) 1/9 गुना
(d) ⅓ गुना
- 1 kWh में जूल की संख्या होगी–
(a) 3.6 × 103
(b) 3.6 x 104
(c) 3.6×105
(d) 3.6 x 106
- दो विद्युत बल्बों की सामर्थ्य (शक्ति) क्रमशः 100 W तथा 200 W है। दोनों ही 220 V के मेन्स से जोड़े गये हैं। इनके तन्तुओं के प्रतिरोधों का अनुपात होगा–
(a) 1:2
(b) 2:1
(c) 1:4
(d) 4:1
- एक बल्ब 200 V के स्त्रोत से जलाने पर 1 A की धारा लेता है। बल्ब की शक्ति है–
(a) 100 W
(b) 200 W
(c) 50 V
(d) 400 V
- एक चालक में 2A की धारा 10 V पर 1 min तक प्रवाहित की गयी। तार में व्यय हुई विद्युत ऊर्जा का मान होगा–
(a) 5 J
(b) 10 J
(c) 20 J
(d) 1200 J
- एक पावर स्टेशन की सामर्थ्य 200 MW है। इसके द्वारा प्रतिदिन उत्पन्न विद्युत ऊर्जा होगी–
(a) 200 MWh
(b) 4800 MWh
(c) 4800 MW
(d) 4800 J
- किलोवाट–घण्टा मात्रक है–
(a) विद्युत विभवान्तर का
(b) विद्युत सामर्थ्य का
(c) ऊर्जा का
(d) आवेश का
- एक बल्ब पर 100 W-220 V लिखा है। बल्ब के तन्तु का प्रतिरोध होगा–
(a) 100 Ω
(b) 220 Ω
(c) 484 Ω
(d) 22,000 Ω
- एक विद्युत हीटर की सामर्थ्य 0.5 kW है। इसे 20 min तक उपयोग में लाया गया। उत्पन्न ऊष्मा का मान होगा–
(a) 6 × 105J
(b) 10 J
(c) 4 J
(d) 2.5 × 10-2 J
- यदि R प्रतिरोध के दो प्रतिरोधों को समान्तर क्रम में जोड़ा जाये तथा एक R प्रतिरोध को इनके श्रेणी क्रम में जोड़ा जाये तो परिणामी प्रतिरोध होगा–
(a) 3R
(b) 2R
(c) 3R/2
(d) R/2
- ओम के नियम के अनुसार धारा (1), विभवान्तर (V) और प्रतिरोध (R) में अभीष्ट सम्बन्ध है–
(a) I = V2R
(b) I = VR
(c) I = R/V
(d) 1=V/R
- प्रत्येक 4 प्रतिरोध वाले Ωचालक तारों को समान्तर क्रम में जोड़ने पर तुल्य प्रतिरोध होगा–
(a) 1Ω
(b) 4 Ω
(c) 8 Ω
(d) 16 Ω
- एक तार से प्रति सेकण्ड दस इलेक्ट्रॉन का आवेश प्रवाहित हो रहा है तो इस तार में प्रवाहित धारा का मान है
(a) 1.6 x 10-19 A
(b) 3.2×10-19A
(c) 3.2 x 10-18 A
(d) 1.6 x 10-18 A
- दो चालक तार, जिनके पदार्थ, लम्बाई तथा व्यास समान हैं। किसी विद्युत परिपथ में पहले श्रेणी क्रम में फिर समान्तर क्रम में संयोजित किये जाते हैं। श्रेणी क्रम तथा समान्तर क्रम संयोजन में उत्पन्न ऊष्मा का अनुपात होगा?
(a) 1:2
(b) 1:4
(c) 4:1
(d) 2:1
- बिजली के बल्ब का फिलामेंट बना होता है–
(a) नाइक्रोम का
(b) स्टील का
(c) टिन का
(d) टंगस्टन का
- आपके घर की टी.वी. में एक एल.ई.डी. इण्डीकेटर लगा है जो 0.75 V एवं 100 mA पर कार्य करता है। इसकी शक्ति क्या होगी?
(a) 75 mW
(b) 100 mV
(c) 0.75 W
(d) 7.5 mV
- विद्युत धारा का मापन किया जाता है–
(a) वोल्टमीटर से
(b) अमीटर से
(c) गैल्वेनोमीटर से
(d) ऊर्जा मीटर से
- लघुपथन के कारण परिपथ में विद्युत धारा का मान–
(a) बहुत कम हो जाता है।
(b) परिवर्तित नहीं होता है।
(c) बहुत अधिक बढ़ जाता है।
(d) निरन्तर परिवर्तित होता है।
- ओम के नियम के अनुसार धारा व विभवान्तर में ग्राफ बनेगा–
(a) एक सरल रेखा
(b) वृत्त
(c) टेढ़ी-मेढ़ी रेखा
(d) उपर्युक्त में से कोई नहीं
41.वैद्युत विभवान्तर का मात्रक है–
(a) ऐम्पियर
(b) ओम
(c) वोल्ट
(d) वाट
42. किसी चालक में 2A की धारा प्रवाहित हो रही है। 2s में चालक में गुजरने वाले आवेश की मात्रा होगी
(a) 4 C
(b) 1 C
(c) 6 C
(d) 8 C
- प्रतिरोध R के किसी तार के टुकड़े के तीन बराबर भागों में बाँटा जाता है। इन टुकड़ों को फिर समान्तर क्रम में संयोजित कर देते हैं। यदि संयोजन का तुल्य प्रतिरोध R’ है तो R/R’ के अनुपात का मान होगा–
(a) 1/3
(b) 3
(c) 9
(d)1/9
- 5 Ω प्रतिरोध के तार को पाँच बराबर टुकड़ों में काटने पर प्रत्येक टुकड़े का प्रतिरोध होगा?
(a) 1/5Ω
(b) 20 Ω
(c) 2.5 Ω
(d) 1 Ω
- वैद्युत शक्ति का मात्रक होता है–
(a) वोल्ट
(b) वाट
(c) ऐम्पियर
(d) ओम
- 220V-100 W के विद्युत बल्ब के तन्तु का प्रतिरोध होगा–
(a) 2.2 Ω
(b) 484 Ω
(c) 22000 Ω
(d) 48.4 Ω
- किसी विद्युत चालक का प्रतिरोध निम्नलिखित में किस बात पर निर्भर नहीं करता?
(a) चालक की लम्बाई
(b) चालक के पदार्थ का घनत्व
(c) चालक का अनुप्रस्थ काट
(d) चालक का आकार
- कब चार विद्युत चालकों का समायोजन बनाने पर उनका परिणामी प्रतिरोध न्यूनतम होगा?
(a) सभी को समान्तर क्रम (पार्श्व क्रम) में जोड़ा जाय
(b) सभी को श्रेणीक्रम में जोड़ा जाय
(c) एक को श्रेणीक्रम में तथा तीन को समानान्तर क्रम में जोड़ा जाय
(d) दो को श्रेणीक्रम में तथा शेष दो को समानान्तर क्रम में जोड़ा जाय
- अत्यधिक उच्च प्रतिरोध वाला पदार्थ कहलाता है–
(a) चालक
(b) अर्धचालक
(c) अतिचालक
(d) विद्युतरोधी
- किसी विद्युत केतली में प्रवाहित धारा तीन गुनी कर देने पर केतली में उत्पन्न ऊष्मा की मात्रा हो जायेगी–
(a) चार गुनी
(b) तीन गुनी
(c) नौ गुनी
(d) बारह गुनी
- किसी परिपथ में लगे विभवान्तर को स्थिर रखते हुए परिपथ के प्रतिरोध को तिगुना कर दिया जाता है। परिपथ में धारा हो जायेगी–
(a) तिगुनी
(b) एक-चौथाई
(c) दोगुनी
(d) एक-तिहाई
- किसी मकान में 200 V पर विद्युत आपूर्ति की जाती है। मकान में 100 Ω और 200 Ω प्रतिरोध के दो विद्युत बल्ब प्रतिदिन 1 h प्रयोग में आते हैं। प्रतिदिन विद्युत ऊर्जा की खपत होगी–
(a) 500 W-h
(b) 600 W-h
(c) 300 W-h
(d) 900 W-h
- किसी विद्युत परिपथ में 2Ω , 4Ω और 6Ω के तीन प्रतिरोध श्रेणीक्रम में जुड़े हैं। परिपथ में 2A की धारा प्रवाहित हो रही है। प्रत्येक प्रतिरोध के सिरों के बीच विभवान्तर क्रमशः होंगे–
(a) 4 V, 8 V, 12 V
(b) 6 V, 8 V, 12 V
(c) 4 V, 8 V, 10 V
(d) 2 V, 6V, 8 V
- एक विद्युत केतली से होकर प्रवाहित विद्युत धारा को दुगुना कर दिया जाता है। उत्पन्न ऊष्मा हो जाएगी–
(a) आधी
(b) दुगुनी
(c) चार गुनी
(d) एक-चौथाई
- यदि वैद्युत शक्ति P तथा प्रतिरोध R से व्यक्त होता है, तब वैद्युत–धारा व्यक्त होती है–
(a) P/R
(b) √PR
(c) √R/P
(d) √P/R
- R व 2R ओम के प्रतिरोधों को श्रेणीक्रम में जोड़ने पर कुल प्रतिरोध R₁ तथा समान्तर क्रम में जोड़ने पर R₂ हो, तब–
(a) R1/R2=2/9
(b) R1/R2=9/2
(c) R1/R2=1
(d) R1/R2=1/9
उत्तरमाला
1. (b) 2. (d) 3.(c) 4. (b) 5. (b) 6. (c) 7. (a) 8. (d) 9. (a) 10. (c)
11. (b) 12.(b) 13. (c) 14. (a) 15. (b) 16.(c) 17. (a) 18. (a) 19. (c) 20. (b) 21. (c) 22. (a) 23. (d) 24. (b) 25. (b) 26.(d) 27.(b) 28.(c) 29.(c) 30.(a) 31.(c) 32.(d) 33.(a) 34.(d) 35.(c) 36.(d) 37.(a) 38.(b) 39.(c) 40.(a) 41.(c) 42.(a) 43.(c) 44.(d) 45.(b) 46.(b) 47.(d) 48.(a) 49.(d) 50.(c) 51.(d) 52.(b) 53.(a) 54.(c) 55.(d) 56.(b) |
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