UP Board Solution of Class 9 Social Science [सामाजिक विज्ञान] History [इतिहास] Chapter- 5 आधुनिक विश्व में चरवाहे (Aadhunik Vishwa men Charvahe ) MCQ, Important Year, Important word
प्रिय पाठक! इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको कक्षा 9वीं की सामाजिक विज्ञान इकाई-1: इतिहास भारत और समकालीन विश्व-1 खण्ड-2 जीविका, अर्थव्यवस्था एवं समाज के अंतर्गत चैप्टर-5 आधुनिक विश्व में चरवाहे (Aadhunik Vishwa men Charvahe ) पाठ के बहु विकल्पीय प्रश्न, महत्वपूर्ण वर्ष एवं महत्वपूर्ण शब्द प्रदान कर रहे हैं। जो की UP Board आधारित प्रश्न हैं। आशा करते हैं आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी और आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करेंगे।
Subject | Social Science [Class- 9th] |
Chapter Name | आधुनिक विश्व में चरवाहे (Aadhunik Vishwa men Charvahe ) |
Part 3 | History [इतिहास] |
Board Name | UP Board (UPMSP) |
Topic Name | भारत और समकालीन विश्व-1 |
आधुनिक विश्व में चरवाहे (Aadhunik Vishwa men Charvahe)
Important year (महत्वपूर्ण वर्ष /तिथियाँ)
.1871- आपराधिक कबीला अधिनियम पारित किया गया।
.1850-1880- कर एकत्र करने के अधिकार ठेकेदारों को बोली के आधार पर दिए गए।
.1885- ब्रिटिश कीनिया व जर्मन तंज़ानिया के बीच एक अन्तर्राष्ट्रीय सीमा खींचकर मासाईलैण्ड के दो बराबर टुकड़े कर दिए गए।
.1930- इस वर्ष में जाँच से पता चला कि कीनिया में मासाइयों के पास 7,20,000 मवेशी, 8,20,000 भेड़ और 1,71,000 गधे थे।
.1933 एवं 1934 – मासाई क्षेत्र में आधे से अधिक पशु घोर अकाल के कारण मारे गए।
.1947- सन् 1947 में भारत के बँटवारे के पश्चात् ऊँट और भेड़ पालने वाले ‘राइका’ सिन्ध में नहीं जा सकते थे। इसलिए उन्हें पशु चराने के लिए नए क्षेत्रों की खोज करनी पड़ी।
Important Words (महत्वपूर्ण शब्दार्थ)
- चरवाहे– वे लोग जो अपने पशुओं के साथ चारे की खोज में स्थान परिवर्तन करते हैं।
- रेवड़– भेड़-बकरियों का समूह।
- गद्दी– हिमाचल प्रदेश का एक चरवाहा समूह।
- गुज्जर बक्करवाल– जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख का एक चरवाहा समुदाय।
- खरीफ– वह कृषि ऋतु जिसमें फसलों को वर्षा ऋतु के आरम्भ में बोया जाता है तथा शीत ऋतु के शुरू में काट लिया जाता है।
- रबी– वह कृषि ऋतु जिसमें फसलों को शीत ऋतु के आरम्प में बोया जाता है तथा ग्रीष्म ऋतु के शुरू में काट लिया जाता है।
- ठूँठ– पौधों की कटाई के बाद जमीन में रह जाने वाली उनकी जड़ व उसके ऊपर का शेष भाग।
- परम्परागत अधिकार– परम्परा और रीति-रिवाज के आधार पर मिलने वाले अधिकार।
- हमला– चरवाही शब्दावली के अनुसार इसका अर्थ है- पशुधन की चोरी।
- आरक्षित वन– वन अधिनियम के अनुसार कुछ जंगल जो वाणिज्यिक रूप से कीमती लकड़ी जैसे कि देवदार एवं साल के पेड़ पैदा करते थे उन्हें ‘आरक्षित’ घोषित कर दिया गया था।
- खानाबदोश– वे लोग जो एक स्थान पर नहीं रहते अपितु अपनी आजीविका के लिए एक स्थान से दूसरे स्थान पर घूमते रहते हैं।
- काफिला– जब बहुत-से परिवार एक साथ यात्रा करते हैं तो उनके समूह को काफिला कहते हैं।
- भाबर– गढ़वाल व कुमाऊँ के इलाके में पहाड़ियों के निचले हिस्से के आसपास पाए जाने वाला शुष्क या सूखे जंगल का इलाका।
- बुग्याल– ऊँचे पहाड़ों में स्थित घास के मैदान।
- मारु– राजस्थान के मरुस्थल का स्थानीय नाम।
- ढंडी– राजस्थान में ऊँटों के झुण्ड की बस्ती का स्थानीय नाम।
- मासाई– अफ्रीका का एक चरवाहा समुदाय।
- धंगर– धंगर महाराष्ट्र ‘की भेड़ पालने वाली जाति थी।
- मण्ड– टोडा जनजाति का गाँव।
- धार– ऊँचे पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित चरागाह।
- चलवासी– एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने वाले घुमक्कड़ लोग।
- र्वाह– जीवन की अनिवार्य जरूरतें पूरी करना।
Social Science इतिहास (History) Chapter- 5 बहुविकल्पीय प्रश्न
नोट–निम्नलिखित में से सही विकल्प का चयन कीजिए-
1…. के कारण खानाबदोश कबीलों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना पड़ता था।
(क) मौसमी बदलावों✓
(ख) उनकी घुमंतू प्रवृत्ति
(ग) उनकी गरीब पृष्ठभूमि
(घ) उक्त सभी
- चरवाहों के जीवन में औपनिवेशिक शासन के दौरान बहुत बदलाव आए। ये बदलाव क्या है/हैं?
(क) उनकी चरागाहें सिकुड़ गईं
(ख) उनके आवागमन को नियन्त्रित किया गया था
(ग) उन्हें बढ़ा हुआ राजस्व देना पड़ता था
(घ) उपर्युक्त सभी✓
- ‘धंगर‘ किस राज्य का एक महत्त्वपूर्ण चरवाहा समुदाय है?
(क) हिमाचल प्रदेश
(ख) महाराष्ट्र✓
(ग) उत्तराखण्ड
(घ) राजस्थान
- महाराष्ट्र की मुख्य गड़रिया जाति कौन–सी है?
(क) शेरपा
(ख) धंगर✓
(ग) बंजारा
(घ) भोटिया
- उच्च पर्वतों पर स्थित विशाल चरागाहों को क्या कहते हैं?
(क) तराई
(ख) भाबर
(ग) बुग्याल✓
(घ) भोटिया
- गढ़वाल तथा कुमायूँ के गुज्जर पशुपालक गर्मियों में शुष्क वन क्षेत्र में आ जाते हैं। इन वनों को क्या कहते हैं?
(क) भाबर✓
(ख) बुग्याल
(ग) बांगर
(घ) खादर
- मारू राइका की बस्ती को ………नाम से जाना जाता है।
(क) ढंडी✓
(ख) मंडी
(ग) मंडच
(घ) बुग्याल
- निम्नलिखित चरवाहा खानाबदोशों में से कौन पहाड़ों में नहीं पाया जाता?
(क) गद्दी गड़रिए
(ख) राइका
(ग) गुज्जर बक्करवाल
(घ) भोटिया✓
- ‘मासाई‘ शब्द का उद्गम ‘मा‘ शब्द से हुआ है : मा–साई; जिसका अर्थ है–
(क) मेरे लोग✓
(ख) माता और लोग
(ग) उनके लोग
(घ) कबीलाई लोग
- सेरेन्गेटी राष्ट्रीय पार्क कहाँ है?
(क) केन्या
(ख) तंज़ानिया✓
(ग) सूडान
(घ) जिम्बाम्बवे
- ‘बुग्याल‘ से आप क्या समझते हैं?
(क) शुष्क वन
(ख) ऊपरी घास के मैदान✓
(ग) एक नदी
(घ) एक झील
- औपनिवेशिक सरकार ने ‘अपराधी जनजाति अधिनियम‘ कब पास किया था?
(क) 1778 ई० में
(ख) 1805 ई० में
(ग) 1871 ई० में✓
(घ) 1920 ई० में
- महाराष्ट्र के मध्यवर्ती पठार की क्या विशेषता है?
(क) कम वर्षा
(ख) कम उपजाऊ भूमि
(ग) काँटेदार वनस्पति
(घ) ये सभी✓
- महाराष्ट्र की मुख्य गड़रिया जाति कौन–सी है?
(क) शेरपा
(ख) धंगर✓
(ग) बंजारा
(घ) भोटिया