UP Board Solution of Class 9 Social Science [सामाजिक विज्ञान] Geography[भूगोल ] Chapter- 4 जलवायु (Jalwaayu) लघु उत्तरीय प्रश्न Laghu Uttariy Prashn
प्रिय पाठक! इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको कक्षा 9वीं की सामाजिक विज्ञान इकाई-2: भूगोल समकालीन भारत-1 खण्ड-2 के अंतर्गत चैप्टर-4 जलवायु (Jalwaayu) पाठ के लघु उत्तरीय प्रश्न प्रदान प्रदान कर रहे हैं। जो की UP Board आधारित प्रश्न हैं। आशा करते हैं आपको यह पोस्ट पसंद आई होगी और आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करेंगे।
Subject | Social Science [Class- 9th] |
Chapter Name | जलवायु (Jalwaayu) |
Part 3 | Geography [भूगोल] |
Board Name | UP Board (UPMSP) |
Topic Name | समकालीन भारत-1 |
जलवायु (Jalwaayu)
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. ग्रीष्म ऋतु की प्रमुख विशेषताएँ बताइए।
उत्तर– ग्रीष्म ऋतु मार्च से जून तक रहती है। इसकी प्रमुख विशेषताएँ इस प्रकार हैं-
- उत्तर भारत में मई के महीने में धूल भरी आँधियाँ चलती हैं। ये धूल भरी आँधियाँ तापमान घटाकर लोगों को राहत पहुँचाती हैं। आँधियों के बाद ठण्डी हवा चलती है और कभी-कभी हल्की वर्षा भी होती है।
- ग्रीष्म ऋतु के दौरान कभी-कभी तेज हवाओं के साथ गरज वाली मूसलाधार वर्षा भी होती है। कभी-कभी वर्षा के साथ ओला वृष्टि भी होती है।
- ग्रीष्म ऋतु में, धूल भरी गर्म और शुष्क हवाएँ चलती हैं जिन्हें ‘लू’ कहते हैं। ये हवाएँ दिन के समय उत्तर एवं उत्तर-पश्चिम भारत में गतिशील रहती हैं। ये देर शाम तक गतिशील रहती हैं। इस हवा का मानव स्वास्थ्य पर घातक प्रभाव होता है।
प्रश्न 2 वृष्टि छाया क्षेत्र से आप क्या समझते हैं?
उत्तर– वह क्षेत्र जो किसी पर्वत की पवन विमुख ढाल पर पड़ता है वृष्टि छाया क्षेत्र कहलाता है। ऊँचे पर्वत ठण्डी व गर्म पवनों के लिए रुकावट का काम करते हैं किन्तु यदि ये वर्षा करने वाली पवनों को रोकने के लिए पर्याप्त ऊँचे होते तो ये वर्षा भी करा सकते थे। पर्वत की पवन विमुख ढाल शुष्क रह जाती है। उदाहरण के लिए, पश्चिमी घाट तथा पूर्वी घाट भारत के प्रमुख वृष्टि छाया क्षेत्र हैं।
प्रश्न 3. दक्षिणी दोलन को स्पष्ट कीजिए तथा इसकी विशेषताएँ भी बताइए।
उत्तर– जब उष्ण कटिबन्धीय पूर्वी दक्षिणी प्रशान्त महासागर में उच्च वायुदाब होता है तो उष्ण कटिबन्धीय पूर्वी हिन्द महासागर में निम्न वायुदाब होता है। लेकिन कुछ निश्चित वर्षों में वायुदाब परिस्थितियाँ विपरीत हो जाती हैं तथा पूर्वी प्रशान्त महासागर में हिन्द महासागर की अपेक्षा निम्न वायुदाब होता है। वायुदाब की इस अवस्था में इस नियतकालिक परिवर्तन को ‘दक्षिणी दोलन’ कहते हैं
एलनीनो दक्षिणी दोलन से जुड़ी हुई एक महत्त्वपूर्ण विशेषता है। यह एक गर्म समुद्री जलधारा है जो पेरू की ठण्डी धारा के स्थान पर प्रत्येक 2 से 5 वर्ष के अन्तराल में पेरू तट से होकर प्रवाहित होती है। वायुदाब की इस अवस्था में परिवर्तन का सम्बन्ध ‘एलनीनो’ से है। एलनीनो का विपरीत प्रभाव भारत के मानसून पर पड़ता है। एलनीनो के प्रभाव से भारत में वर्षा देर से या फिर कम होती है।
प्रश्न 4. भारत की चारों ऋतुओं के नाम उनके महीनों के साथ लिखिए।
उत्तर– 1. शीत ऋतु- दिसम्बर, जनवरी, फरवरी।
- ग्रीष्म ऋतु-मार्च, अप्रैल, मई।
- आगे बढ़ते मानसून की ऋतु- जून, जुलाई, अगस्त, सितम्बर।
- पीछे हटते मानसून की ऋतु- अक्टूबर, नवम्बर, दिसम्बर।
प्रश्न 5. त्रिवेन्द्रम की जलवायु सम क्यों है? दो कारण बताइए।
उत्तर– समुद्र तटवर्ती स्थानों और क्षेत्रों की जलवायु सम होती है। जल अपना समकारी प्रभाव स्थल पर छोड़ता है। अतः तटवर्ती क्षेत्र गर्मियों में न अधिक गर्म और न ठण्ड में अधिक ठण्डे होते हैं। त्रिवेन्द्रम का वार्षिक तापक्रम अधिकतम 28° सेन्टीग्रेड व न्यूनतम तापमान 26° सेन्टीग्रेड रहता है। इस तरह त्रिवेन्द्रम का वार्षिक ताप परिसर 28° – 26° = 2° सेन्टीग्रेड है।